नागपूर में ब्रह्माकुमारीज की विदर्भ क्षेत्र की सेवाओं के सुवर्ण महोत्सव-पंजाब के राज्यपाल और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने किया सम्बोधित
“ब्रह्माकुमारीज् के सिध्दांत को धारण करने से ही भारत विश्वगुरु बनेंगा। राष्ट्र चमकेंगा, भारत चमकेंगा ” महामहिम राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित
मध्य भारत में स्थित संत्रा नगरी, नागपूर में ब्रह्माकुमारीज की विदर्भ क्षेत्र की सेवाओं के 50 साल के उपलक्ष्य में सुवर्ण महोत्सव तथा विश्व शांति सरोवर का चौथा वर्धापन दिन और विदर्भ की वरीष्ठ ब्रह्माकुमारी बहनों का सम्मान समारोह बडी धुमधाम से मनाया गया। विश्व शांति सरोवर के रमणिक परिसर में हार्मणी हॉल में यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। करीब 4000 से भी अधिक लोगों ने भाग लिया
नागपुर,महारष्ट्र। सुवर्ण महोत्सव कार्यक्रम में चार चांद लगाने के लिए आदरणीय महामहिम श्रीमान बनवारीलाल जी पुरोहित, राज्यपाल, पंजाब, श्रीमान देवेन्द्र जी फडणवीस – उपमुख्यमंत्री, महाराष्ट्र, श्रीमती अमृता फडणविस, श्रीमान चंद्रशेखर जी बावनकुळे, अध्यक्ष, भाजपा महाराष्ट्र राज्य, श्रीमान विजय जी दर्डा, चेअरमन, लोकमत मीडिया लिमिटेड, नागपुर, श्रीमान अजय जी संचेती, पूर्व मेंबर ऑफ पार्लियामेंट, श्रीमान मोहन जी मते, आमदार, नागपुर, श्रीमान किरट जी भंसाली, कोषाध्यक्ष भाजपा… आदि शामिल थे। विद्यालय की संयुक्त मुख्य प्रशासिका तथा महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना की जोनल इन्चार्ज – आदरणीया संतोष दीदी जी, माउंट आबु से चेअरपर्सन, शिक्षा प्रभाग -राजयोगी मृत्युंजय भाई जी, वाइस चेअरपर्सन, शिक्षा प्रभाग – राजयोगिनी शिलु दीदी जी, मेडिकल डायरेक्टर, ग्लोबल हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर, माउंट आबु – डॉ. प्रताप मिड्ढा जी तथा मुंबई से बी.के. निकुंज भाई , नॅशनल को-आर्डीनेटर, ब्रह्माकुमारीज् मिडीया पधारे थे। ब्रह्माकुमारीज् विश्व शांति सरोवर, नागपुर की संचालिका राजयोगीनी ब्रह्माकुमारी रजनी दीदी जी, सहसंचालिका मनिषा दीदी जी और बाकी सभी मान्यवरों ने साथ मिलकर दिप प्रज्वलन किया। कार्यक्रम की शुरुवात राष्ट्रगान से हुई।
सुवर्ण महोत्सव में शोभा बने महामहिम बनवारीलाल पुरोहीत जी राज्यपाल, पंजाब ने अपने अध्यक्षीय भाषन में स्वर्ण जयंती की बधाई देते हुए यहां के आध्यात्मिक म्युजियम की बहुत सराहना की और सबको उसको देखने का आग्रह किया और कहा की यहा की टीम ने ऐसा वातावरण बनाया है कि अभी हमे सतयुग देखने को मिल रहा है। चारो ग्रंथ, महाभारत, गीता, रामायण, भागवत हर घर में होना जरुरी है। भारत को आजाद हुए 75 वर्ष हो रहे है, भारत को विश्व गुरु बनाने का आवाहन भी करते है, सपना भी देखते है। आझादी के लिये बहुत बलिदान हुये लेकिन 75 वर्ष के बाद भी हम भ्रष्टाचार से आझाद नहीं हुये। उन्होंने महात्मा गांधी के विचारों को याद किया की साधा जीवन जीये, उच्च विचार हो। हमारी नजर कहीं वस्तु वैभव में ना डुबे, लालच खतम हो तो भ्रष्टाचार खतम होगा। उन्होने मुख्यालय माऊंट आबू की स्मृतियों को तरोताजा करते हुये कहां कि वहां का सारी व्यवस्थाये, खाना, वातावरण की बहुत सराहना की। यह आध्यात्मिक जीवन देखना चाहिए। निस्वार्थ जीवन जी रहे है। आपके सिध्दांत को धारण करने से ही भारत विश्वगुरु बनेंगा। राष्ट्र चमकेंगा, भारत चमकेंगा।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री भ्राता श्री देवेंद्र फडणविस जी ने कहा की, सभागृह में भव्यता भी है, दिव्यता भी है, सादगी और शुध्दता का अहेसास है। नहाने से शरीर शुध्द होता है। मन की शुध्दता साबुन या शॅम्पू से नही होती है। मन की शुध्दता होती है विचारों की सफाई से। ब्रह्माकुमारीज मंे दिए जा रहे विचारों से मन शुध्द होगा। यहा की व्यवस्था से समाज की सेवा होती है। भारतीय संस्कृती में सिखाया है की धन-सम्पती से अधिक महत्वपूर्ण हमारा चरित्र है। आज भारत को एक शांतीपूर्ण जगह बनाए, एक अग्रदुत, विश्वगुरु के रुप में देखना चाहते है। इस कार्य में ब्रह्माकुमारीज का बहुत बडा रोल है। आगे उन्होंने कहां व्यक्तियों में आपसी नफरत, द्वेष, लढाई यह अज्ञानता का अंधकार है, जब यह मिट जायेगा तो हम आपस में शांति से जीना सीखेंगे। यह अंधकार दुर करने का कार्य ब्रह्माकुमारीज कर रही है। मुल्यों के बीना प्रगती नहीं हो सकती। मुल्य हमारी संपत्ती है इसलिये सबकी नजर भारत पर टिकी हुयी है। भारत उच्च विचार से विश्व को मार्गदर्शन दे सकता है। इसके लिये बहुत बडा योगदान ब्रह्माकुमारीज का है। सभी को बधाईया देते हुये जय महाराष्ट्र और ओमशांती के साथ अपने शब्दों को विराम दिया।
राजयोगिनी बी.के. संतोष दीदी जी, ने मंच पर आसीन सभी मेहमानों का स्वागत करते हुये कहां कि हम सब एक है एक पिता कि संतान है, एक मत पर चलते है तो सर्व के सहयोग से शुभकार्य में सफलता मिल जाती है। समाज कि सेवा करते यह विद्यालय विश्व परीवार की भावनाये जागृत कर रहा है।
श्रीमान विजय दर्डा जी, चेअरमन लोकमत ग्रुप उन्होने विद्यालय की सराहना करते हुये कहां की यह एक एैसी संस्था है महिलायें संचालित करती है, उन्होने कहां की जहां स्त्रि शक्ति है वहां कार्य सफल होते है। ब्रह्माकुमारीज् की केवल भारत में ही नहीं लेकिन सारे विश्व में इसकी शाखाये है जो निस्वार्थ भाव से सेवाये करते हुये विश्वबंधुत्व का वातावरण बना रहीं है।
भ्राता श्री अजय संचेती जी ने कहा की यहा आकर मन को बहुत संतोष मिला और शांती मिली। यह ब्रह्माकुमारीज का ही प्रभाव है। इंसान का मन पवित्र कैसे बने इसकी शिक्षा यहा दी जाती है। ईश्वर का स्नेह इन पर सदा बना रहे ऐसी उन्होंने शुभभावना व्यक्त की।
इस कार्यक्रम में बी.के. सीता दीदी जी, अमरावती, बी.के. रुक्मिणी दीदी जी, अकोला, बी.के. इंद्रा दीदी जी, अमरावती, बी.के. बिंदु दीदी जी, वरुड, बी.के. रत्नमाला दीदी जी, गोंदिया, बी.के. मंगला दीदी जी,यवतमाल, बी.के. जयमाला दीदी जी, हिंगणघाट, बी.के. नलिनी दीदी जी, गडचिरोली, बी.के. शोभा दीदी जी, भंडारा, भ्राता बी.के. प्रेमप्रकाश भाई, नागपुर जिनको परमात्म संदेश देते हुये 50 वर्ष पुरे हुये, का सम्मान हुआ।
इस अवसर पर सबको बधाई देते हुये सुप्रसिध्द बॉलिवुड सिंगर श्री हरीश मोयल जी ने अपनी गीतों से सभा को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर दिवंगत पुष्पारानी दीदीजी के संस्मरण में नृत्यनाटिका भी प्रस्तुत कि गयी। तथा उनकी वंदना में देवी नृत्य प्रस्तुत किया है। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी शिविका बहन, एज्युकिशन विंग के हेडक्वार्टर कोओर्डीनेटर ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी को शॉल, श्रीफल, मेमेंटो तथा प्रसाद देकर सम्मानित किया गया। अंत में नागपुर सेवाकेन्द्र की संचालिका राजयोगिनी बी.के. रजनी दीदीजी ने सभी का आभार प्रगट किया।