अम्बिकापुर: ब्रह्माकुमारीज़ संस्था द्वारा मनाया गया बाल दिवस बच्चों ने लिया बढ़- चढ़कर हिस्सा

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अम्बिकापुर,छत्तीसगढ़: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय नव विश्व भवन चोपड़ापारा में चमत्कार मेरे विचारों का विषय पर बाल दिवस कार्यक्रम बहुत धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम में बच्चों ने बढ़- चढ़कर भाग लिया। बच्चों ने उत्साहवर्धक गीत- संगीत, नृत्य, खेल, प्रेरणायक नाटक आदि अनेक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
बच्चों के अन्दर छिपी प्रतिभाओं को निखारने के लिये नैतिक मूल्यों पर क्वीज कराया गया। साथ ही साथ बच्चों के मन की बातों का जवाब अतिथियों द्वारा दिया गया।
बाल दिवस के शुभ  अवसर पर सरगुजा संभाग की सेवाकेन्द्र संचालिका ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी बच्चों का मनोबल बढ़ाते हुये कहा कि आपके मन के अन्दर बहुत सारी शक्ति है बस उसे जागृत करने की जरूरत है। आपने जो लक्ष्य रखा है उसका स्वप्न देखो, उसके लिये कठिन परिश्रम करो और जो भी परीक्षायें आये उन्हें पार करते हुये आगे बढ़ो। और कुछ भी कमजोर बनाने वाली बातों को या लक्ष्य को कमजोर करने वाली बातो को हमें सुनना नहीं हैं तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है। और आगे उन्होंने कहा कि हर एक में जो विशेषताएँ होती है उसी के आधार पर वो लक्ष्य चुनते है सिर्फ उस एक लक्ष्य को पक्का करने की जरूरत है जितना हम दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ेगे, तो उस लक्ष्य को अवश्य प्राप्त कर लेंगे।  
चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी के डायरेक्टर भ्राता श्री मंगल पाण्डे जी ने कहा कि विद्यार्थी को डॉक्टर, इंजीनियर, जज बनने का स्वप्न बाद में देखना चाहिये अभी सिर्फ सीखने वाला विद्यार्थी बनना चाहिये। एक बालक बनना चाहियें।  व्यक्ति अपने कर्मों एवं गुणों के आधार पर श्री राम, श्री कृष्ण जैसा चरित्रवान भी बन सकता हैं। और अंत में उन्होंने कहा कि जो स्वयं पर विश्वास रखता है, ईश्वर को मानता है, अपने कर्मों पर विश्वास करता है वहीं जीवन में सफल होता है।  
भ्राता डॉ अरविन्द गुप्ता जी बच्चों के मन की जिज्ञासा को शांत करते हुये कहा कि बच्चों को सर्वप्रथम पढ़ाई का मकसद एवं जीवन का मकसद क्या है उसे पता होना आवश्यक है। और जिस चीज में आपका रूचि है उसे जिन्दा रखकर उसे प्राप्त करने का ही भरसक प्रयास करो।
जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता, प्राचार्य लायवलीहुड कॉलेज भ्राता गिरीश गुप्ता जी ने ब्रह्माकुमारीज़ संस्था की सराहना करते हुये कहा कि ब्रह्माकुमारीज़़ संस्था सरगुजा जिले में एक सकारात्मक महौल आध्यात्म के प्रति और सभी का आध्यात्मिक विकास हो इस उद्देश्य को लेकर समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। और आगे उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुये कहा कि बच्चों को अपने पढ़ाई को ईमानदारी, निष्ठा और लगन के साथ करना चाहिये।
ब्रह्माकुमारी ममता बहन ने बच्चों को एकाग्रता का महत्व बताते हुये कहा कि विद्यार्थी जीवन में एकाग्रता का बहुत महत्व है एकाग्रता ही वो शक्ति है जिससे पढ़ाई या अन्य कार्यो में भी सफलता को प्राप्त किया जा सकता है। परन्तु वर्तमान समय बच्चों में एकाग्रता की कमी आ रही है इसका कारण मोबाइल का अत्यधिक प्रयोग करना। बच्चों को मोबाइल का उपयोग बहुत कम करना चाहिये तभी उनका मेमॉरी पॉवर बढ़ेगा।
ब्रह्माकुमारी पूजा बहन बच्चों को आत्मविश्वास बढ़ाने की विधि बताते हुये कहा कि आत्मविश्वास ही सफलता की चाबी है, और आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिये सकारात्मक सोच, अथक प्रयास, अटूट लगन और समय का पाबन्द होना चाहिये।
ब्रह्माकुमारी प्रतिमा बहन राजयोग की विधि बताते बच्चों को राजयोग मेडिटेशन का गहन अनुभूति कराया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी के डायरेक्टर भ्राता श्री मंगल पाण्डे जी, भ्राता डॉ अरविन्द गुप्ता जी, जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता, प्राचार्य लायवलीहुड कॉलेज भ्राता गिरीश गुप्ता जी, वसुधा महिला मंच संयोजिका बहन वन्दना दत्ता जी, गायत्री परिवार सदस्य बहन अमृता जायसवाल जी, बहन सुनिधि शुक्ला जी एवं सरगुजा संभाग की सेवाकेन्द्र संचालिका ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी ने द्वीप प्रज्जवलन कर किया।
वैभव, साक्षी ने राजयोग मेडिटेशन से प्राप्त सफलता को अनुभव के रूप में शेयर किया। मन कार्यक्रम का सफल संचालन अवंतिका बहन ने किया।

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