प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में इसके फाउंडिंग फादर ब्रह्मा बाबा की 54 वीं पुण्यतिथि विश्व शान्ति दिवस के रूप में मनाई गई।

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विश्व शान्ति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपनी भावनायें व्यक्त करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश बी.एन. पांडेय। मंच पर मौजूद हैं- विधान पार्षद डॉ० तरुण कुमार, डॉ० डी.के. मिश्रा, बी.के. कृष्ण भाई, बी.के. सविता बहन व अन्य।

समस्तीपुर,बिहार : कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश बी.एन. पांडेय ने कहा कि ईश्वरीय विश्व विद्यालय विश्व शान्ति का कार्य विगत 87 वर्षों से कर रहा है। ‌मैं इस संस्थान को अपने विद्यार्थी जीवन से जानता हूं। वर्तमान समय यह 140 देशों में 8500 से भी अधिक सेवाकेंद्रों द्वारा अनेक शान्तिदूत बनाकर जीवन में शान्ति की सच्ची धारणा कराकर विश्व शान्ति का भागीरथ प्रयास कर रहा है।

एमएलसी डॉ तरुण कुमार ने कहा कि मुझे यहां आते ही असीम शान्ति का अनुभव हुआ। अब मेरा यहां बार-बार आने का मन स्वत: करेगा। मेरे जिस सहयोग की जरूरत होगी, मैं सदा तत्पर रहूंगा।

संस्थान द्वारा विश्व शान्ति स्थापना का कार्य कैसे चल रहा है, इस विषय पर बीके तरुण ने अपने संबोधन में कहा कि गीता में कहा गया है कि आत्मबोध के बिना शान्ति नहीं हो सकती और शान्ति के बिना सुख नहीं मिल सकता। इतने समय से हम गीता का श्रवण एवं अध्ययन करते आए लेकिन आत्मज्ञान और आत्मानुभूति से दूर ही रहे। स्वयं शान्ति के सागर, शान्ति के दाता निराकार परमपिता परमात्मा शिव ने शान्ति के मसीहा प्रजापिता ब्रह्मा बाबा के तन में अवतरित होकर शान्ति के आलय प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थापना कर विश्व शान्ति की आधारशिला रखी। जिसके द्वारा लाखों शान्तिदूत भाई-बहन प्रतिदिन स्वयं के जीवन में व विश्व शान्ति के लिए मन-वचन-कर्म से निरन्तर योगदान दे रहे हैं। हम सबका यह सामूहिक भागीरथ प्रयास विश्व में सुख-शान्ति का साम्राज्य स्थापित करने का काम करता है।

कार्यक्रम को डॉ० डी.के. मिश्रा, ब्रह्मा कुमारी सविता बहन ने ब्रह्मा बाबा की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जीवन सर्व गुणों व शक्तियों की खान था। जो भी उनसे मिलता, भरपूर हो जाता था।
ओम प्रकाश भाई ने धन्यवाद-ज्ञापन किया।

कृष्ण भाई ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए विश्व शान्ति हेतु सबसे संकल्प करवाया- “विश्व शान्ति के लिए मन-वचन-कर्म से हम सदा स्वयं को शान्त बनाकर सारे विश्व में शान्ति के प्रकम्पन्न फैलायेंगे।”

ब्रह्मा बाबा को सभी ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

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