घर गृहस्थ में रहने वाले युगल भाई बहनों के लिए मेडिटशन सत्र आयोजित

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आज़ादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की और दया एवं करुणा के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण के अंतर्गत “युगल भाई – बहनों”  के लिए मैडिटेशन सत्र आयोजित  –  

ग्वालियर,मध्य प्रदेश: ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा आयोजित 4 दिवसीय मेडिटशन शिविर के तृतीय दिवस का कार्यक्रम स्थानीय सेवाकेंद्र प्रभु उपहार भवन माधौगंज में संपन्न हुआ | लगभग 500 से भी अधिक भाई एवं बहनों ने इसमें भाग लिया |

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से बी.के. गीता दीदी (भीनमाल), लश्कर ग्वालियर की मुख्य इंचार्ज बी.के.आदर्श दीदीजी,  बी.के.ज्योति बहन, बी.के.गुरचरण भाईजी, बी.के.प्रहलाद भाईजी, बी.के.जीतू भाई  भी उपस्थित थे |

बी.के. गीता  दीदी ने सभी को सम्बोदित करते हुए बताया कि आज कल हम देखते हैं की घर – परिवार में रहते आपसी मन मुटाव होना एक बहुत ही आम बात हो गयी है क्योंकि आज प्रत्येक मनुष्य एक दुसरे के  परचिन्तन, परदर्शन  में लगा हुआ है परन्तु हम अगर ये सोचने के बजाये एक दो के प्रति शुभ सोचने लग जाए, सामने वाले मनुष्य के लिए सकारत्मक भाव रखने लग जायें तो आप परिवर्तन स्वयं ही देखेंगे | आज हम सभी लोग घर परिवार में रहते भी प्रेम से नहीं रह पाते क्योकि कमी है आन्तरिक शक्ति (Internal Power) की तो अभी वो समय है चल रहा जहा स्वयं ईश्वर इन शक्तियों का वरदान लेके आए हैं हम सभी को देने के लिए तो बस ज़रूरत है उसको पहचान कर यूज़ करने की, यह एक ऐसा परिवर्तन है जो जीवन को एक नए स्वरुप में ढाल देगा |

इस संसार में हर मनुष्य अपने आप को बातों या परिस्थितियों में बंधा हुआ महसूस करने लगा है,  परन्तु  आज बातों ने या परिस्थिति ने हमें नहीं बाँधा हुआ बल्कि हम स्वयं ही उनको पकडकर बैठ जाते हैं और समस्याओं में बन्ध जाते हैं और फिर ईश्वर से बोलते हैं की हमें इससे बचाओ परन्तु नहीं – पकड़ा किसने है ? स्वयं ने, तो छुडायेगा कौन ? हमे स्वयं ही करना पड़ेगा | तो जब हर मनुष्य को यह सारी बातें समझ में आ जाएँगी तो घर परिवार में रहते जीवन रुपी इस खेल  को सुन्दर रीती खेलने लग जायेंगे और आपको ये खेल खेलने में बहुत ही मज़ा आयेगा और बहुत ही सुन्दर रीती से खेल खेलेंगे |

आगे बी.के.आदर्श दीदीजी  ने भी सभी को शुभ – कामनाएं दीं |  तत्पश्चात कार्यक्रम के अंत में बी.के.गीता दीदी ने सभी को मैडिटेशन करवाया जिससे सभी को गहन शांति की अनुभूति हुई |

कार्यक्रम का कुशल  संचालन बी.के.प्रहलाद भाई के द्वारा हुआ |

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