दुर्ग: अलविदा तनाव शिविर – प्रथम दिवस

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अलविदा तनाव शिविर  के शुभारम्भ अवसर पर दीप प्रज्जवलित करते हुए  विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल, कमल नारायण रुंगटा अध्यक्ष, नागरिक सहकारी बैंक, कैलाश रुंगटा अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राइस मिल एसोसिएशन, संतोष रुंगटा चेयरमैन रुंगटा ग्रुप ऑफ कॉलेजेस, शिविर की वक्ता पूनम बहनजी,  रीटा बहनजी ।

हमारे संकल्पों से बनता है जीवन – ब्रह्माकुमारी पूनम

ब्रह्ममुहुर्त में उठकर श्रेष्ट विचार करने से बनेगा तनावमुक्त खुशहाल जीवन – ब्रह्माकुमारी पूनम

दुर्ग,छत्तीसगढ़ | जो कुछ हम बार बार सोचते हैं वैसा हमारा जीवन बनता जाता है | हमारे हर संकल्प का प्रभाव जीवन पर पड़ता है | हमारे साथ होने वाली हर घटना के लिए हमारे हर संकल्प जिम्मेदार हैं | उक्त बातें इंदौर से पधारी प्रख्यात तनाव मुक्ति विशेषज्ञा ब्रह्माकुमारी पूनम बहनजी (सी.एस.) ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, राजऋषि  भवन, केलाबाड़ी, दुर्ग के तत्वावधान में पुरानी गंज मंडी, गंजपारा में आयोजित नौ दिवसीय ‘’अलविदा तनाव’’ नि:शुल्क शिविर के प्रथम दिवस के दिव्य उद् बोधन में कही | आगे आपने बताया कि हमारे दो प्रकार के मन होते है (1) बाहरी मन (कांशियस माईंड)  व (2) अंतर्मन (सबकांशियस माईंड)| अंतर्मन आज्ञाकारी सेवक होता है | उसको  जो संकल्प बार-बार देंगे वो पूरा कर देता है | जब हम सुबह सूर्योदय से पूर्व ब्रह्मुहूर्त में सोकर उठते हैं तो शुरू के 20 मिनट हमारा अंतर्मन जगा रहता है | उस समय जो विचार उसमें डाल देंगे तो वह तथास्तु कर देगा | उन्होंने कुछ विचारों का अभ्यास कराते हुए घर में करने के लिए कुछ विचार नोट भी करवाये (1) मैं टेंशन फ्री हूं | मेरा जीवन विघ्नों, तनाव व समस्याओं से मुक्त है | नो प्राब्लम | (2) मैं बहुत सुखी हूं | (3) मैं सर्वशक्तिमान परमात्मा की संतान हूं |  सभी समस्याओं, तनाव, दु:खों, बीमारियों से भी अधिक शक्तिशाली मैं हूं | (4) मै भाग्यविधाता बाप का बच्चा बहुत भाग्यवान हूं | ऐसा सोचने से भाग्य के सितारे खुल जायेंगे | (5) परमपिता प्रभु परमात्मा के आशीर्वाद का हाथ मेरे सिर पर है | ईश्वर की शक्तियां मुझमें समा रही हैं |  ईश्वर की शक्ति के प्रभामंडल के अन्दर मैं सुरक्षित हूं | उनका वरदान है – सफलता मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है | ये विचार सफलता के सारे दरवाजे खोल देगा | (6) मेरे साथ सब कुछ अच्छा चल रहा है व सब कुछ अच्छा ही होगा | (7) यह समय भी गुजर जायेगा | चाहे कैसा भी समय, दु:ख, बीमारी, परिस्थिति चल रही हो | सब दिन होत न एक समान | उन्होंने पूरे विश्वास से यह संकल्प करने का आह्वान किया व बताया कि यह सिर्फ भावना नहीं है मन की साइंस है | यदि ऐसा 21 दिन करेंगे तो तथास्तु का वरदान मिल जायेगा | उन्होंने बताया कि रात को सोने से पूर्व भी अंतर्मन जगा रहता है इसलिए रात्रि को भी ये विचार करते हुए सो जायें | सोने से दो घंटे पूर्व ही मोबाइल, कंप्यूटर इत्यादि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर हो जायें व सुबह उठने के दो तीन घंटे बाद ही इनका प्रयोग करें तो निश्चित सफलता मिलेगी | उन्होंने मुस्कुराये जा, तेरे जिन्दगी में दर्द बहुत आयेंगे ….. गीत पर सर्व को डांस भी करवाया जिससे वातावरण हल्का हो गया | उन्होंने मेडिटेशन कामेंट्री व वीडियों के दृश्यों के माध्यम से गहन शांति व शक्ति की अनुभूति भी कराई | सदा मुस्कुराने के लिए आध्यात्मिक इंजेक्शन (मंत्र) भी दिया – ‘’मैं आनंदमय हूं |’’         

सर्व प्रथम दीप प्रज्जवलित कर विधिवत इस कार्यक्रम का उद् घाटन किया गया | फिर दुर्ग सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी रीटा बहनजी ने सर्व का स्वागत करते हुए बताया कि ब्रह्माकुमारी संस्था दुर्ग शहर में  विगत 40 वर्षों से मानव मात्र के सेवा में तत्पर है जिसमें से 13 वर्ष सुराना भवन, गंजपारा में  प्रारंभिक सेवाएं किराये के मकान से हुई | इस अवसर पर उपस्थित अरुण वोरा विधायक व चेयरमैन, वेयर हाउसिंग कारपोरेशन ने कार्यक्रम के प्रति अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूनम बहनजी का आभामंडल देखकर आधा तनाव दूर हो गया | यदि हम सर्व मानव को समान दृष्टि से देखें तो तनाव नहीं होगा | इस अवसर पर महापौर, धीरज बाकलीवाल तथा कमल नारायण रुंगटा अध्यक्ष, नागरिक सहकारी बैंक, दुर्ग ने भी इस शिविर के प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की | इस अवसर पर कैलाश रुंगटा अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राइस मिल एसोसिएशन, संतोष रुंगटा चेयरमैन रुंगटा ग्रुप ऑफ कॉलेजेस तथा हजारों की संख्या में शहर के गणमान्यजन उपस्थित होकर शिविर का लाभ लिए | कार्यक्रम में सुंदर मंच संचालन ब्रह्माकुमारी रुपाली ने किया |  यह शिविर 15  मई तक प्रतिदिन संध्या 7 से 8:30 बजे तक पुरानी गंज मंडी में ही नि:शुल्क चलेगा |


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