जो व्यक्ति इमोशनल है वह जल्दी शारीरिक, मानसिक बीमारी का शिकार हो जाते हैं। जो सदा खुश रहते है उनका ब्रेन एनेजेर्टिक रहता बीमारियां आती नहीं – ब्रहमा कुमार नारायण भाई
राजयोग द्वारा मन वेतन की बीमारियों पर विजय पांच दिवसीय शिविर का आयोजन
कुक्षी (धार )मध्य प्रदेश: वर्तमान तनाव ग्रस्त समय में सदा खुश कैसे रहे रहे .. कैसे पाजिटिव रहे .. कैसे हर बात को सरल रूप से ले .. कैसे फीलिंग में न आये। हम कर्म करते हुए शिवबाबा से, सर्वशक्तिमान से, सुप्रीम पावर से, सुप्रीम एनर्जी से जुड़े रहे। और उनकी एनर्जी हम में आती ही रहे ‘बहुत बड़ा सहज योग है। और इसी योग को भारत का प्राचीन राजयोग कहा जाता है। यह वही राजयोग है जिसका वर्णन गीता के चौथे अध्याय के पहले ही श्लोक में किया गया है।
अब भगवान पुनः आकर बच्चों को राजयोग सिखा रहा है कि .जब तक हम आत्म अभिमानी नहीं होंगे तब तक परमात्मा से बुद्धियोग पूरी तरह लगेगा नहीं। हमें केवल उनके गुणगान नहीं करना उनके स्वरुप पर बुद्धि को स्थिर कर देना होता है। इससे चित शान्त हो जाता है और अनेक बीमारियाँ स्वतः ही शान्त होने लगती है। ईश्वरीय महावाक्य भी हम बहुत सुनते है, वह भी इस ज्ञान योग का एक हिस्सा है। उससे हमें जीवन में बहुत ज्यादा खुशी मिलती है। और खुशी हमारे जीवन की सबसे बड़ी खुराक है। जो मनुष्य खुश होता है उनके ब्रेन भी बहुत एनर्जेटिक रहता है। और कोई भी बीमारियाँ आते ही नहीं। यह विचार इंदौर से पधारे जीवन जीने की कला के प्रणेता ब्रहमा कुमार नारायण भाई ने गणेश मंदिर सुतार मोहल्ला मैं ब्रह्मा कुमारी द्वारा पांच दिवसीय शिविर राज योग द्वारा मन व तन की बीमारियों पर विजय विषय पर नगर वासियों को संबोधित करते हुए बताया। जगह जगह लाफिंग क्लाब खुले है वहां हम बाहरी रुप से हंस लेते हैं। लेकिन दरअसल खुशी आन्तरिक होना चाहिए। जिससे हमारा मन सदा प्रसन्न रहे।वाह्य रूप से हंसना यह तो टेम्पररी होता है। लेकिन अंदर मन रो रहा हो और बाहर खिलखिला रहा हो, इससे कुछ होता नहीं है। तो यह ज्ञान और योग हमें बीमारियों पर विजय प्राप्त करने में बहुत बड़ी मदद करता है। ..हम पाजिटिव रहे। दूसरों के बारें में ज्यादा न सोचे। एक और बहुत बड़ी चीज है जिसपर सभी को ध्यान देना है .. जो व्यक्ति बहुत सेन्सिटीव है, जो ज्यादा इमोशनल है, जो क्रोध करता है .. वो इस संसार के बैड एनर्जी को अपनी ओर एट्रक्ट करता है। और वह कहीं न कहीं शारीरिक और मानसिक रोगों में बृद्धि कर देते है।
भ्राता राजेंद्र कुमार गुप्ता एसडीओ राजयोग द्वारा मन व तन की बीमारियों पर विजय कार्यक्रम में बोलते हुए साथ में ब्रह्मा कुमारी ममता बहन, ब्रह्मा कुमर नारायण भाई