वाशिम महाराष्ट्र: मन में चलने वाले लगातार नकारात्मक विचार वर्तमान में अनेक समस्याओं का कारण बनते है। मन के नकारात्मक विचारों से ही तनाव उत्पन्न होता है। तनव से व्यक्ति दुखी ,अशांत होता ,तनाव के कारण वह रात को सुख चैन से सो नही सकता | फिर वह नशा के अधिनहोता जाता उसे क्रोध चिडचिडापण आता उसे भूले होने की सभावना होती है |इसलिए वर्तमान समय तनाव से मुक्ति के लिए सकारात्मक विचारों की आवश्यकता है। उक्त उदगार ब्रह्माकुमारी संस्था के मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान से आये हुए ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने व्यक्त किया । वे स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र पर पधारे हुए ईश्वर प्रेमी भाई बहनों को तनाव मुक्ति हेतु सकारात्मक विचारों का महत्त्व विषय पर बोल रहे थे।
भगवान भाई जी ने कहा कि सकारात्मक रहने से हर समस्या का समाधान निकलता है बुराई में भी अच्छाई देखने का प्रयास करने से मन पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मन में चलने वाले विचारों से ही स्मृति, वृत्ति, भावना, दृष्टिकोण और व्यवहार बनता है। अगर मन के विचार नकारात्मक होंगे तो स्मृति, दृष्टि, वृत्ति, भावना, व्यवहार भी नकारात्मक बनता है। ऐसा होने से मन में तनाव पैदा होता है। मन के विचार ही वास्तव में बीज है।
भगवान भाई ने सकारात्मक विचारों को तनाव मुक्ति की संजीवनी बूटी बताया। सकारात्मक विचारों का स्त्रोत आध्यात्मिकता है। उन्होंने बताया वर्तमान समय स्वयं को सकारात्मक बनाने की आवश्यकता है। सकारात्मक सोचने वाला हर परिस्थिति को स्वीकार कर विजयी बन सकता है। उन्होंने बताया कि तनाव से नशा व्यसन आदि बुरी आदते लगती है जिससे हमसे भूले होने कि संभावनाए है |
स्थानीय ब्रह्माकुमारीज सेवाकेन्द्र की राजयोग शिक्षिका बी के पार्वती बहन जी ने कहा राजयोग के नित्य अभ्यास से ही हमारा मनोबल और आत्मबल बढ़ता है। उन्होंने ने बताया हम कोन ,परमात्मा कोन राजयोग का महत्व भी बताया
रिटायर जेल अधीक्षक रामकृष्ण महाले जी ने कहा कि वर्तमान की परिवेश में हर एक को किसी न किसी बात का तनाव जरूर होता है।उन्होंने ब्रह्माकुमारीज द्वारा बताई गई बातों को अमल में लाकर तनाव से मुक्त रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि अपनी सकारात्मक सोच बनाकर जीवन को सफलता दिलाते है। इसीलिए अपने सोच को सदा सकारात्मक रखें।
कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्वलन से और स्वागत से किया गया |
कार्यक्रम में काफी संख्या में वरिष्ठ नागरिक भी उपस्थित थे |भगवान भाई ने मनोबल, आत्मबल बढ़ाने के लिए राज योग भी कराया.