अम्बिकापुर: 15 दिवसीय आध्यात्मिक शिक्षा शिविर का आयोजन किया गया

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अम्बिकापु,छत्तीसगढ़ : सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय बी.एड. कॉलेज अम्बिकापुर के तत्वाधान में ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान द्वारा 15 दिवसीय आध्यात्मिक शिक्षा शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सरगुजा संभाग की सेवाकेन्द्र संचालिका ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी के द्वारा खुश रहने की कला, राजयोग सांइस मेडिटेशन, एकाग्रता, और जीवन में सफलता प्राप्त करने का सूत्र, ब्रह्माकुमारी ममता बहन के द्वारा संकल्पों में दृढ़ता, पॉवर ऑफ पॉजिटीव एटीट्यूट, मूल्य और आध्यात्मिकता, सदा मुस्कुराइये, ब्रह्माकुमारी पार्वती बहन के द्वारा सर्वोच्च शक्ति की पहचान, जीवन एक वरदान, प्रभावशाली संबंध एवं ब्रह्माकुमारी पूजा बहन के द्वारा स्वयं की खोज, आओ लक्ष्य को छूये, और क्वालिटी ऑफ लाइफ और नशा मुक्ति इत्यादि विषयों पर प्रशिक्षणार्थियों और शिक्षकगणों को आध्यात्मिक, नैतिक मूल्यों रूपी ज्ञान को दिया गया। जिससे वो अपने जीवन में आने वाली अनेक परिस्थियों का सामना सकारात्मक सोच एवं अपने मनोबल के द्वारा कर विजय को प्राप्त करें।
आध्यात्मिक शिक्षा शिविर के समापन के अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों ने 15 दिवसीय राजयोग शिविर से हुये लाभ को अपने अनुभव के रूप में सांझा करते हुये कहा कि मैं पहले बहुत गुस्सा करता था, नेगेटीव सोचता थे, सही गलत का पहचान नहीं कर पाते थे परन्तु इन 15 दिनों में राजयोग मेडिटेशन की विधि को सीखने से हम सभी के जीवन में बहुत परिवर्तन आया, हमारे मनोबल में दृढ़ता आया, अब एकाग्रचित्त होकर हर कार्य करते है, सदा पाजिटीव सोचने का प्रयास भी करते है और खुश भी रहते है। आगे उन्होंने कहा कि मेडिटेशन करने से मन को बहुत असीम शांति और हल्केपन की अनुभूति होती हैं। इसे हम रोज करेंगे।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ श्रद्धा मिश्रा ने कहा कि कठिन मुश्किलों में भी खुशी को ढूँढने का प्रयास जारी रखें तो जीवन सहज और सरल हो जायेगा यही जीवन जीने की कला है। और आगे उन्होंने कहा कि इन 15 दिनों में महसूस हुआ कि मन को एकाग्र राजयोग के द्वारा ही किया जा सकता है क्योंकि यहाँ के बच्चे बहुत चंचल प्रवृत्ति के है और कोई भी बात मानते नहीं थे परन्तु उनके जीवन इस राजयोग से बहुत बदलाव आया है।
अंत में सरगुजा संभाग की सेवाकेन्द्र संचालिका ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी के द्वारा सभी प्रशिक्षाणार्थियों को वैल्यु एज्युकेशन कोर्स के प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षकगण एवं करीब 200 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया।

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