जयपुर ,राजस्थान:
जयपुर प्रभारी राजयोगिनी बीके सुषमा दीदी ने राजस्थान के राज्यपाल महामहिम श्री कलराज मिश्र एवं लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को प्रभु स्मृति का तिलक लगाकर प्रभु प्रेम एवं दिव्यता से भरपूर राखी बांधकर ज्ञान चर्चा की |
राजस्थान राज्यपाल से चर्चा करते हुए दीदी जी ने बताया की जिस प्रकार संविधान में मूल कर्तव्य नागरिकों एवं सरकार को एक दिशा दिखाते है उसी प्रकार राजयोग ध्यान मनुष्य जीवन को एक नयी दिशा दिखता है अतः राजयोग ध्यान को जीवन के प्रति एक मूल कर्तव्य मानते हुए इसका नित्य जीवन में प्रयोग करना चाहिए |
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने गाँधी जी को याद करते हुए ध्यान को महान बताया | दीदी जी ने कहा कि गाँधी जी ध्यान के साथ साथ मौन का अभ्यास भी किया करते थे जिससे उनके सर्व कार्य सिद्ध हो जाते थे | मुख्यमंत्री ने वैशाली नगर सेवाकेंद्र पर आकर राजयोग ध्यान करने की इच्छा व्यक्त की |
साथ ही राजस्थान सरकार के अन्य मंत्रीगण, सांसद, भारतीय सिविल सेवा के अधिकारी एवं विभिन्न आयुक्तालयों के आयुक्तों तथा अधिकारीयों को राखी बांधकर ईश्वरीय सन्देश दिया तथा राजयोग को जीवन का आधार बनाने की प्रेरणा दी |
राखी के पावन अवसर पर राजयोगिनी सुषमा दीदी के साथ वैशाली नगर प्रभारी बीके चंद्रकला दीदी, बीके एकता बहन, बीके सुनेहा बहन, बीके राजेश असनानी, बीके नरेन्द्र खत्री, बीके कुणाल एवं बीके पारस ने सहयोग दिया |