अगरतला, त्रिपुरा: ब्रह्माकुमारीज के कला एवं संस्कृति प्रभाग एवं एन.वाई.पी. (National Youth Project) – जनदर्पण सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वधान में (दिनांक 17 सितम्बर से 20 सितम्बर 2023 तक) त्रिपुरा के विभिन्न स्थानों में राष्ट्रीय परंपरागत नृत्योत्सव (National Traditional Dance Festival) का आयोजन किया गया।
इस आयोजन में गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, तेलंगाना, राजस्थान, हरियाणा, त्रिपुरा, असम, मेघालय, छत्तीसगढ़, बंगाल, उत्तरप्रदेश, झारखण्ड, केरल, पंजाब, आन्ध्र प्रदेश, दिल्ली समेत देश भर के 20 राज्यों से आये कलाकारों ने अपने-अपने राज्यो की परम्परागत लोक कला का सुन्दर व अद्भुत प्रदर्शन किया ।
दिनांक 17 सितंबर 2023 को कुमारघाट, (त्रिपुरा) में विभिन्न राज्यों की परम्परागत वेशभूषा के साथ शहर में एक भव्य रैली का आयोजन किया गया । इसी दिन शाम को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें अनेक कलाकारों ने अपनी कला प्रदर्शन से सभी दर्शकों का मनोरंजन किया ।
दिनांक 18 सितंबर 2023 को सभी कलाकारों के लिए पिकनिक व साइट सीन का आयोजन किया गया ।
दिनांक 19 सितंबर 2023 को उदयपुर (त्रिपुरा) में विशाल रैली का आयोजन किया गया और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में अनेक कलाकारों ने अपनी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया ।
दिनांक 20 सितंबर 2023 को अगरतला स्थित रविन्द्र हॉल में समस्त कलाकारों का सम्मान समारोह रखा गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भ्राता बपन साहा जी, (निदेशक जनदर्पण -नेशनल यूथ ऑर्गनाइजेशन त्रिपुरा), भ्राता धर्मेन्द्र जी (नेशनल यूथ प्रोजेक्ट, दिल्ली), भ्राता बिभूति देब बर्मा (प्रेसिडेंट, यूथ इंटीग्रेशन ट्रस्ट) भ्राता संजॉय सेन (सेक्रेटरी, संजयोग ट्रस्ट), एल. बिजॉय कुमार (नेशनल एवार्डी, मणिपुर) के. यादव राजू (प्रेसिडेंट, नेशनल यूथ प्रोजेक्ट, तेलंगाना) ब्रह्माकुमार संजय भाई, (कला संस्कृति प्रभाग, माउंट आबू) ब्रह्माकुमार राजसिंह भाई (प्रतिनिधि, व्यापार एवं उद्योग प्रभाग, माउंट आबू) ब्रह्माकुमार ममता बहन (राजयोग शिक्षिका, अगरतला) उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ सभी मेहमानो को त्रिपुरी फट्टा पहना कर किया गया । कला द्वारा संस्कृति को संजोए रखने के विषय पर सभी महानुभावों ने अपने विचार प्रस्तुत किए ।
भ्राता धर्मेन्द्र जी और उनके ग्रुप द्वारा डॉ. एस. एन. सुब्बाराव, (फाउंडर नेशनल यूथ प्रोजेक्ट) को समर्पित करते हुए स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया ।
भ्राता बिभूति देब बर्मा द्वारा सभी राज्यों से आये कलाकारों को सम्बोधित करते हुए स्वागत प्रवचन दिया गया ।
भ्राता धर्मेन्द्र जी द्वारा डॉ. एस. एन. सुब्बाराव जी के जीवन पर प्रकाश डाला गया ।
बी.के. भारत भूषण भाई (आजीवन सदस्य, कला एवं संस्कृति प्रभाग) ने प्रभाग की गतिविधियों और (National Youth Project) के संयुक्त प्रयासों व उपलब्धियों के बारे में बताया ।
ब्रह्माकुमार संजय भाई, कला संस्कृति प्रभाग, शान्तिवन, आबू रोड़ से ने बताया कि ब्रह्माकुमारीज के कला एवं संस्कृति प्रभाग द्वारा पिछले 35 वर्षों से सम्पूर्ण समाज को श्रेष्ठ व सुसंस्कृत बनाने हेतु भारत के अनेक स्थानों पर सेमिनार, सम्मेलन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है । इस प्रभाग से जुड़कर कला जगत के अनेक सुप्रसिद्ध लोग ब्रह्माकुमारीज द्वारा सिखाए जाने वाले राजयोग का प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी कला को बेहतर बनाने में सफल रहे हैं । राजयोग के अभ्यास द्वारा अनेक कलाकार नैतिक मूल्यों को प्राथमिकता देते हुए अपनी कला सृजन द्वारा सभ्य समाज के निर्माण की दिशा में अग्रसर है ।
ब्रह्माकुमारी ममता बहन ने बताया कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान गत 87 वर्षों से सम्पूर्ण विश्व में राजयोग का प्रशिक्षण देकर नैतिक मूल्यों को पुनर्जीवित करने की दिशा में प्रयासरत है । वर्ष 1936 में प्रज्ज्वलित हुई यह आध्यात्मिक ज्योति आज सम्पूर्ण विश्व को प्रकाशित कर रही है । लाखों लोगों ने संस्थान से जुड़कर राजयोग को अपनी दिनचर्या का अंग बनाया है । राजयोग के माध्यम से उनका जीवन पूर्णतः व्यसन मुक्त हो चुका है और वे नैतिक मूल्यों के आधार पर अपना सुख शान्ति और आनन्द से भरपूर जीवन व्यतीत कर रहे हैं ।