ब्रह्माकुमारी का मतलब है निर्मलता शीतलता शालीनता पवित्रता सच्चाई: विधायक अंबाला शहर माननीय असीम गोयल
अंबाला,हरियाणा: कई वर्षों से गृहस्थ में रहते हुए पवित्र राजयोगी जीवन जी रहे युगलों के सम्मान समारोह के अवसर पर संबंधों में मधुरता विषय पर एक विशाल भव्य कार्यक्रम का आयोजन ब्रह्मकुमारी राजयोग केंद्र #16, कांच घर, अंबाला शहर द्वारा पुलिस ऑडिटोरियम, नजदीक पुलिस डी. ए. वी.पब्लिक स्कूल, अंबाला शहर में किया गया।
माननीय विधायक असीम गोयल जी ने कहा कोई भी संबंध इंसान तीन कारणों से निभाता है पहला कारण मतलब से दूसरा कारण कर्तव्य बोध से और तीसरा कारण उमंग उत्साह से जैसा कि हम सब देखते हैं मतलब से निभाया गया संबंध एक मतलब तक ही सीमित रहता है तथा कर्तव्य बोध से निभाया गया संबंध कर्तव्य पूरा होने तक ही सीमित रहता है लेकिन जब हम किसी संबंध को उमंग उत्साह से निभाते हैं तो वह संबंध पूरी जिंदगी तक जीवित रहता है आज ब्रह्माकुमारी संस्था के यह जो 20 युगल स्टेज पर मौजूद है यह मिसाल है उन सब के लिए जो आज संबंधों को स्वार्थ भाव या फिर किसी मतलब के लिए निभा रहे हैं। मुझे जब भी किसी ब्रह्माकुमारी के कार्यक्रम में जाने का अवसर मिलता है, तो वहां जाकर मुझे गहन शांति की अनुभूति होती है।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका, एवं यूरोपीय देशों की निर्देशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी जयंती दीदी जी ने कहा आज का मनुष्य दूसरों के साथ संबंध जोड़ने में इतना व्यस्त हो गया है कि वह स्वयं के साथ स्वयं के संबंध को ही भूल गया है तथा वह ये भूल गया है की परमपिता परमात्मा के साथ उसका क्या संबंध है। वह भूल गया है कि मैं एक आत्मा हूं मैं उसे एक परमात्मा की हूं जब हमें यह याद रहेगा तो हमारा संबंध उस परमात्मा के साथ सदा आदि अनादि अविनाशी रहेगा। दुनिया में कोई भी हमारी एक्सपेक्टेशन फुलफिल नहीं कर सकता।
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका राजयोगिनी अनिता दीदी जी ने कहा की हमेशा अपनी आलोचना करने वालों की सराहना करो। कभी भी आपकी आलोचना करने वालों को अपशब्द मत कहो बल्कि उनको शुभकामना दो,उनको दिल की गहराई से कहो तेरा भला हो यकीन मानना हम गारंटी के साथ कह रहे हैं कि वह दुआएं आपके पास लौट कर जरूर आएगी। अगर हमारा ओरा स्ट्रांग हो जाए तो हमें कभी किसी से कुछ भी मांगना नहीं पड़ेगा बल्कि सब कुछ स्वयं ही मिलता जाएगा। आज हर एक को एक दूसरे से शिकायत होती है कि वह हमारी नहीं सुनता लेकिन यह कोई सुनने की क्षमता की समस्या नहीं है हम कहते है की इसकी सोच तो मुझसे बिल्कुल ही अलग है हमें ये समझना पड़ेगा एक दूसरे का सोचने का दंग भिन्न होना यही इस यूनिवर्स की ब्यूटी है। हर कोई की अपनी समझ है अपनी विचारधारा है हम उनको गलत कहना बंद करे आज के दिन इस कार्यक्रम से हम यह संकल्प करके जाए की जो दूसरों की चॉइस है हम उसको भी उतना ही रिकॉर्ड दे सम्मान दे। जिससे हमारे संबंधों में मधुरता बनी रहे।
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलित करके किया गया। सभी 20 युगलों को स्टेज पर बुलाकर सम्मानित किया गया। ब्रह्मकुमार ओमप्रकाश भाई एवं माउंट आबू से पधारे राजयोगी ब्रह्माकुमार युगरत्न भाई ने अपने गीतों के द्वारा सबको मंत्रमुग्ध किया। युवाओं के ग्रुप ने कार्यक्रम बहुत ही सुंदर भांगड़ा डांस की प्रस्तुति दी। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी प्रेम दीदी वह राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उत्तर दीदी जी ने सबको अपनी शुभकामनाएं दी। आश्रम प्रमुख संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरोज बहन जी और उप संचालिका ब्रह्माकुमारी शिवानी बहन जी ने सबका इस कार्यक्रम में आने के लिए शुक्रिया किया तथा सबको प्रसाद दिया । कुलविंदर भाई ने कहा एक परमात्मा के साथ सच संबंध जोड़कर ही मनुष्य खुश रह सकता है। अंत में केक कटिंग की गई एवं ईश्वरीय सौगात दी गई। इस अवसर पर शहर की जाने-माने हस्तियां मौजूद रही..