मुख पृष्ठआजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओरजबलपुर : दिव्य संस्कारों का आवहन करना ही सच्ची दिवाली मनाना है- बी....

जबलपुर : दिव्य संस्कारों का आवहन करना ही सच्ची दिवाली मनाना है- बी. के भावना

जबलपुर म. प्र.: प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय शिव स्मृति भवन में दीपावली पर्व बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भ्राता विनय सक्सेना, भ्राता अभिलाष पांडेय, भ्राता अभय जैन , भ्राता पवन पांडेय, बहन सारिका पांडेय  ब्रह्माकुमारी भावना और ब्रह्माकुमारी बहनों ने ने दीप प्रज्वलन किया। 

सेवा केंद्र प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी भावना दीदी जी ने दीपावली पर्व के आध्यात्मिक रहस्य के बारे में बताते हुए कहा कि दिव्य गुणों का आवाहन ही वास्तव में सच्ची दिवली मनाना हैं। उन्होंने बताया की परमात्मा दीपराज धरती पर आकर आत्मा रूपी दीप रानियों की ज्ञान से ज्योति जगाते हैं व नर्क को स्वर्ग बनाते हैं । इसके यादगार में हम सभी दीपावली मनाते हैं। दीपावली पर्व पर हम लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं व अपने घरों की सफाई कर वास्तव में मन, वचन, कर्म, संबंध संपर्क इन चार कोनों की सफाई आवश्यक है । मन में उठने वाले हर विचार, मुख से निकलने वाले हर बोल और हमारे कर्म व औरों के साथ हमारा व्यवहार सुखदाई हो। यही सच्ची सफाई है। दीपावली के दिन हम पुराने खाते समाप्त कर नए खाते बनाते हैं अर्थात हमें नये देवी संस्कारों को अपने जीवन में शामिल करना है और आसूरी संस्कारों के खाते को समाप्त करना है । इस दिन हम नए कपड़े पहनते हैं , नए बर्तन खरीदते हैं अर्थात हमें नए देवी गुणों  को धारण करना है। लक्ष्मी समान अपने जीवन को पवित्र बनाना है व परमात्म  ज्ञान धन से स्वयं को भरपूर करना है।

RELATED ARTICLES

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular

Recent Comments