मैजिक ऑफ सेल्फ मैनेजमेंट विषय पर तीन दिवसीय कांफ्रेंस हुआ आयोजन
राजयोग मेडिटेशन है मैजिक के समान : डॉ. गुप्ता
ओडिशा सरकार के उच्च स्तरीय डॉक्टरों का दल पहुंचा ज्ञान सरोवर
माउंट आबू,राजस्थान। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ज्ञान सरोवर परिसर में ओडिशा से आए राज्य सरकार के डॉक्टर्स की तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ शनिवार को हुआ। कॉन्फ्रेंस में राज्य सरकार के उच्च स्तरीय चिकित्सक भाग ले रहे हैं, जो स्ट्रेस मैनेजमेंट टेक्निक के गुर सीखेंगे। तीन दिन के दौरान राजयोग मेडिटेशन, मैजिक ऑफ राजयोग, हीलिंग पावर, सेल्फ मैनेजमेंट, कम्युनिकेशन स्किल्स, स्ट्रेस मैनेजमेंट विषय पर अलग-अलग सेशन आयोजित किए जाएंगे।
ब्रह्माकुमारी संगठन की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके शशि दीदी ने कहा कि परमात्मा कहते हैं मेरे बच्चों सारी चिंताएं मुझे दे दो, तुम बोझ मुक्त रहो तो सदा हल्के रहेंगे। जो चीज हल्की होती है, वही आसमान में उड़ सकती है। इसलिए यदि हम जीवन में जिम्मेदारियों, कार्य का बोझ लेकर जिएंगे तो जीवन से खुशी, आनंद दूर चला जाएगा।
पुरी के जीआरसीसी रिट्रीट सेंटर की निदेशक बीके राजयोगिनी निरुपमा दीदी ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संगठन का प्रयास है कि लोगों के जीवन में सुख-शांति, आनंद हो। जीवन में मूल्य हों। यहां जीवन जीने की कला सिखाई जाती है। आज संस्थान में प्रशिक्षण लेकर और राजयोग मेडिटेशन सीखकर लाखों लोग अपना जीवन आनंदमय जी रहे है। इस मौके राजयोगी बीके गोकुल, राजयोग प्रशिक्षिका बीके मिली बहन, बीके मनीषा बहन ने भी विचार व्यक्त किए। चिकित्सकों का मधुरवाणी ग्रुप ने गीत प्रस्तुत कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन दिल्ली की डॉ. रोना तोमर ने किया।
मेडिकल विंग के कार्यकारी सचिव डॉ. बनारसी लाल ने कहा कि यहां से तीन दिन में अपने आप को आत्मिक रूप से भरपूर करके जाएं। यही हमारी शुभ भावना है। आप समाज के विशिष्टजन है, इसलिए आपकी सोच, कमाँ को लोग फॉलो करते है और आचरण में लाते हैं। मेडिकल विंग मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोगों की सेवा में पिछले 35 साल से समर्पित रूप से सेवाएं दे रहा है।
डॉ. प्रताप मिट्टा ने कहा कि तीन दिन तक कॉन्फ्रेंस में पूरा लाभ लें। यहां के आध्यात्मिक वातावरण, प्राकृतिक सौंदर्य के बीच अपने आप को करीब से जाने। कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य है कि यहां से डॉक्टर जीवन में आत्मिक शांति, हीलिंग पावर और राजयोग मेडिटेशन सीखकर जाएं, ताकि अपने-अपने सेवा क्षेत्र में अन्य डॉक्टर्स के लिए मिसाल बन सकें। डॉक्टर रोज सैकड़ों लोगों से मिलते है। मरीजों को देखते हैं। ऐसे में उनका विनम्र, अपनत्व का व्यवहार मरीज
द मैजिक ऑफ सेल्फ मैनेजमेंट विषय पर दिल्ली से आए न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. स्वप्निल गुप्ता ने कहा कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है अपने आप का मैनेजमेंट, सेल्फ मैनेजमेंट। जिसके पास यह कला आ गई उसका जीवन सफलता से भरपूर हो जाता है। सेल्फ मैनेजमेंट की पहली शर्त है अपने विचारों, थॉट्स का मैनेजमेंट करना। हम जीवन में सबकुछ सीखते हैं लेकिन कभी यह नहीं सीखते हैं कि अपने विचारों को कैसे मैनेज करें। हमें कब, क्या सोचना है, क्या नहीं सोचना है, यह सब हमारे ऊपर निर्भर है। ओडिशा के एसआईएचएफडब्ल्यू के निदेशक डॉ. अमरिंदरनाथ मोहंत ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संगठन व्यक्तित्व निर्माण का कार्य कर रही है।