हांसी (हरियाणा): व्यसन मुक्त स्वर्णिम भारत अभियान की शुरुवात हुई | इस विशाल कार्यक्रम का हिस्सा बने मुख्य अतिथि श्री श्रीकांत जाधव जी ( ADDITIONAL DIRECTOR GENERAL POLICE ) , S.D.M. श्री मोहित महाराणा जी , S.P. श्री मक़सूद अहमद जी ,ब्रह्माकुमारीज़ रूस के डायरेक्टर ब्रह्माकुमारी चक्रधारी दीदीजी , सोनीपत रिट्रीट सेंटर के डायरेक्टर ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी दीदीजी , नगर परिषद् के अध्यक्ष श्री प्रवीण ऐलावादी जी, कई गाओं के सरपंच तथा अन्य सहभागियों ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शिरकत की।
भारत सरकार तथा ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के M.O.U. के अंतर्गत इस नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुवात हुई । कार्यक्रम में व्यसनों के दुष्परिणाम और व्यसनों से बचने के लिए अनेक विचार सांझे किये गए।
कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्वलन द्वारा की गयी। जिसमे सभी मुख्य अतिथिगण ने दीप जलाये।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री श्रीकांत जाधव जी ( ADDITIONAL DIRECTOR GENERAL POLICE ) ने अपने 20 वर्षों से अधिक नशा मुक्त भारत अभियान के प्रयास के अनुभव सांझे किए। जिसमे उन्होंने ब्रह्माकुमारीज़ बहनों का बहुत आभार प्रकट किया जिन्होंने हज़ारो परिवारों को व्यसनों से मुक्त होने में मदद की।
हांसी के S.D.M. श्री मोहित महराणा जी ने कहा की व्यसनों से ग्रस्त व्यक्ति को घृणा की दृष्टि से न देख उनके प्रति करुणा जागृत कर उन्हें व्यसनों से मुक्त होने में हमे मदद करनी चाहिए।
सोनीपत रिट्रीट सेंटर के डायरेक्टर ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी दीदी ने कहा की देश का धन बैंकों में नहीं स्कूलों में है, बच्चों में है। और आज के समय में बच्चों तक में व्यसनों का प्रभाव देखा गया है , जिसका मुख्य कारण परिवार में व्यसनों का सेवन होना है। ब्रह्माकुमारीज़ के कार्यक्रम द्वारा व्यसनों से ग्रस्त व्यक्ति को आध्यात्मिकता के ज्ञान द्वारा और राजयोग के अभ्यास द्वारा आंतरिक शक्ति को बढाकर एक नया जीवन दिया जाता है।
ब्रह्माकुमारीज़ रूस के डायरेक्टर राजयोगिनी चक्रधारी दीदी ने कहा की उनके सामने लाखो ऐसे परिवार आये जिनमे बहुत प्रकार के व्यसन थे। जिन्होंने राजयोग सीखा और ईश्वरीय प्यार के नशे में बाकी सारे नशे सहज रीति से त्याग दिए। आज के समय ज्ञान की कमी नहीं परन्तु ज्ञान और सत्य को अपनाने के लिए आत्मिक बल चाहिए। कार्यक्रम के दौरान श्री राम दर्शन की झांकी भी दिखलाई गई। कार्यक्रम में नशा मुक्त रथ यात्रा का भी आगमन हुआ जिसका मुख्य उद्देश्य गांव-गांव में जाकर लोगों और बच्चों के अंदर जागृति लाना है। कार्यक्रम में बहनों ने कलश को धारण कर भारत को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया और झंडा फहराया। अंत में सभी गावों से आये सरपंचो को सम्मानित भी किया गया और नशा मुक्त अभियान चलाने के लिए प्रोत्साहन भी दिया गया।