कुरुक्षेत्र,हरियाणा: NIT में Brahmakumaris की Thoughtlab के अन्तर्गत 3 दिवसीय VIHASA (Values In Healthcare : A Spiritual Approach) workshop का आयोजन किया गया। इस workshop को सुचारू रूप से करवाने के लिए दिल्ली और गुरुग्राम से 4 BK बहनों को आमन्त्रित्त किया गया था। ORC से बीके Sunaina बहन, बीके दिव्या बहन तथा BK डॉ प्रीति और BK प्रभा बहन ने इस workshop को facilitate किया। चारो ही बहनें trained विहासा facilitators हैं तथा कई वर्षों से इस workshop का संचालन करती आयी हैं।
19 जनवरी शाम को workshop का उद्घाटन NIT के Senate Hall में किया गया। उदघाटन में Prof Dixit Garg (Dean, Student Welfare) chief guest के रूप में शामिल हुए। साथ ही college के professors, coordinators तथा students को मिला कर तक़रीबन 80 लोग इस उद्घाटन सत्र में शामिल हुए।
Bk शालू, जो कि NIT में ही PhD की छात्रा हैं, ने मंच संचालन किया तथा सत्र का प्रारंभ करते हुए उन्होंने एक कहानी के माध्यम से बताया कि कैसे हमारे मन रूपी आईने पर विकारों की धूल चढ़ गई है और कैसे हम सकारात्मकता तथा meditation के द्वारा इस धूल को हटा कर अपने असली रूप को देख सकते हैं। इसके बाद दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम हुआ जिसमे सभी बीके बहने तथा मुख्य professors शामिल रहे। Prof दीक्षित गर्ग जी ने बहनों का शॉल और bouquet द्वारा स्वागत किया और बताया कि इस प्रकार की workshops से स्टूडेंट्स को बहुत लाभ होगा और कॉलेज प्रशासन का इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा देने में सम्पूर्ण सहयोग है।
Bk Divya बहन ने संक्षिप्त में संस्था का परिचय दिया। इसके बाद Bk Dr Preeti ने VIHASA के बारे में PPT के माध्यम से explain किया तथा आने वाले 2 दिनों में किस तरह की activities के माध्यम से वर्कशॉप को कराया जायेगा इसके बारे में भी जानकारी दी। Bk Prabha बहन ने अपने VIHASA के अनुभावों को साझा करते हुए बताया कि इस workshop से स्टूडेंट्स को बहुत लाभ होने वाला है क्योंकि सभी छात्रो का इसमें participation अनिवार्य होगा। फिर उन्होंने एक dance activity करवायी तथा स्टूडेंट्स को 2 groups में divide किया। अंत में Bk Sunaina बहन ने सबको मैडिटेशन का महत्व बताया तथा commentary के द्वारा सबको meditation की अनुभूति भी करवायी।
20 जनवरी सुबह 10 बजे से Positivity module की शुरुआत हुई। 30 छात्रो को 2 groups में divide करके अलग अलग कमरों में बैठाया गया। एक group में Bk Prabha बहन और Bk Divya दीदी facilitator रहे तथा दूसरे group में BK Sunaina दीदी और Bk Dr Preeti बहन facilitator रहे। Reflection, Discussion in pairs एंड groups, Visualisation,
Creativity आदि tools से छात्रो को जीवन में positivity के महत्व को सिखाया गया। Skit के माध्यम से ये छात्रों ने ये भी दर्शाया कि यदि एक परिस्थिति में हम नकारात्मक तरीक़े से व्यवहार करें और यदि इसी परिस्थिति में हम सकारात्मक तरीक़े से व्यवहार करें तो किस प्रकार हमें विभिन्न परिणाम मिलते हैं। ‘Appreciation’ का जीवन में महत्व समझाते हुए एक activity करवायी गई जिसमें छात्रों को कमरे में उपस्थित सभी participants के पीछे लगे एक blank page पे उनके लिए appreciation की कुछ बात लिखनी थी। छात्रों ने इन सभी activities को बहुत enjoy किया और अपने जीवन में positivity को अपनाने के लिए plan भी बनाया। meditation सत्र के साथ इस दिन का समापन हुआ।
21 जनवरी सुबह 10 बजे से ‘Valuing Yourself’ module की शुरुआत meditation के साथ हुई। इसके बाद सभी छात्रों को एक activity करवायी गई जिसमे उनको लिखना था कि वो किस तरह अपने जीवन में अपने physical, mental, emotional, social, environmental और spiritual पहलुओं का ध्यान देते हैं। इस activity से स्टूडेंट्स ने गौर किया वो कुछ पहलू पर बिलकुल भी ध्यान नहीं दे रहे थे और उन्हें उन पर अब से ध्यान देना है ताकि वो अपने जीवन को बेहतर बना सकें। इसके बाद एक creative activity के तहत students को एक ऐसे ‘Healing Space’ को design करना था जो संपूर्ण रीति से negativity से परे positivity से भरा हो और जहां वो अपना ‘me time’ सुकून से बिता सके। students ने बहुत ही सुंदर collages बनाकर इसको पूरा किया।
समापन सत्र में बहनों ने Prof Dixit Garg (Dean, Student Welfare) sir को शॉल और ईश्वरीय प्रसाद देकर धन्यवाद दिया जो उन्होंने इस सुंदर कार्यक्रम का आयोजन किया। सभी छात्रों ने Sir को अपने बनाए हुए ‘Healing Space’ का model दिखाया और इस workshop के अपने अनुभव भी साझा किए। अंत में सब को एक एक candle दी गई और एक candle से दूसरे candle की लौ जलाते हुए सबने इस वर्कशॉप से मिली किसी एक सीख को एक-एक शब्द में साझा किया।