मुख पृष्ठआजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओरबक्सवाहा: महाशिवरात्रि पर्व की सार्थकता और सच्ची उपासना

बक्सवाहा: महाशिवरात्रि पर्व की सार्थकता और सच्ची उपासना

शिव संदेश – अंधकार को मिटाकर ज्ञान की ज्योति जगाएं

बक्सवाहा,मध्य प्रदेश। ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा ग्राम सुनवाहा में महाशिवरात्रि कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे परमात्मा शिव की स्मृति चिन्ह का झंडा फहराकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस अवसर पर राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी रमा बहन ने ग्राम वासियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश तोहार और पर्वों का देश है भारत में जितने पर्व और उत्सव मनाए जाते हैं उनमें महाशिवरात्रि का पर्व महोत्सव के रूप में याद किया जाता है और मनाया जाता है आज चारों तरफ अज्ञानता, अत्याचार, भ्रष्टाचार, हिंसा का बोलबाला है मानवी मानवता दम तोड़ रही है सभी शांति और सुख की तलाश में दौड़ रहे हैं इसलिए हमें सच्चे दिल से शिव की उपासना करनी चाहिए, शिवरात्रि के पावन पर्व पर हम सभी उपासना करते हैं और उपासना का वास्तविक अर्थ है कि आज झूठी माया, झूठी काया और झूठा सब संसार में अनेक बंधनों को तोड़ ‘उपा’ अर्थात एक, ‘सना’ अर्थात सानिध्य अर्थात एक परमात्मा शिव के सानिध्य में रहने का अभ्यास करें। यह पर्व ही आत्मा अर्थात शक्ति और परमात्मा शिव के मिलन का पर्व है इसके आध्यात्मिक रहस्य को जानकर मनाने में ही इस महापर्व की सार्थकता है यही परमात्मा का संदेश है और यही आध्यात्मिक संदेश जन- जन तक पहुंचाना है।

कार्यक्रम के मध्य में बाल कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मनमोहन लिया।

इसके साथ ही ब्रह्माकुमारी बहनों ने आध्यात्मिक प्रदर्शनी समझाइए एवं सुनवाहा ग्राम वासियों से नशा मुक्त रहने की प्रतिज्ञा करा

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