सुखमय स्वस्थ समृद्ध विश्व बनाने हेतु मानवता के लिए योग

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नरसिंहपुर,मध्य प्रदेश। न्यूज़ आज़ादी क्ले अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर इस अभियान के तहत अंतर्राष्ट्रीय  संस्थान प्रजापिता ब्रहामाकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय दिव्य संस्कार भवन नरसिहपुर के तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर” मानवता के लिए योग” कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे आयुष मंत्रालय भारत सरकार के अधीन ,योगाचार्य भ्राता देवेन्द्र पटेल जी सचिव (INO) ,बी के किरण , बी.के अंजना, बी के विनीता  ने दीप प्रज्वलन कर कर्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

बी के अंजना ने योग के विभिन्न प्रकारों पैर चर्चा करते हुए कहा शारीरिक ,मानसिक ,सामाजिक ,आध्यात्मिक योग ही सर्वांगीण स्वस्थ जीवन का आधर हे योग मन जुड़ना स्वयं से ,परिवार से समाज से  विश्व से जुड़ना ,व्यक्ति पर मन की स्थिती हलचल में आती हैव परमात्मा से जुड़ने पर आत्मा में शक्ति आती हे परिस्थितियो से पार होने अतः आत्मा सकारात्मक उर्जा से भर जाती जो शक्तिया हमारे तन व मन को स्वस्थ्य  प्रदान कराती  है। गीता वर्णित  ये वही राजयोग है जिससे हमारी  कर्मेन्द्रिया संयमित हो जाती है, इसलिए शरीर व आत्मा दोनों के लिए योग व राजयोग जरूरी है।

बी के किरण ने कहा शारीरिक ओग के साथ मानवता के लिए भी योग आवश्यक हे  शरीर प्रकृति विश्व के लिए शुभभावना रखना कल्याण की भावना रखना इसे कहते मानवता के लिए योग स्वयं के साथ सर्व के लिए, उस सर्व गुणों के श्रोत परमात्मा से जुड़ उसके सर्व गुणों का दान समाज प्रकृति व विश्व को देना यही राजयोग हे ,इसलिए अपनी देनी दिनचर्या में नियमित योगा व् राजयोग का अभ्यास जरूरी हे तभी सर्वांगीण स्वस्थ्य लाभ होगा ।बी के विनीता ने राजयोग की गहन अनुभूति कराई।

 योगाचार्य भ्राता देवेन्द्र पटेल जी कहा नियमित  योगा शरीरीक स्वस्थ के लिए जरूरी है । शरीर के अनेक बीमारियों से बचाता है व राजयोग से लम्बी आयु होती उन्होंने कहा मेरी दादी को ब्रेन टूयमर था Docter ने कहा तीन महीने से ज्यादा जीवित नहीं रह सकती लेकिन दादी ब्रह्मकुमारी संस्थान से जुडी थी नियमित  सुबह 3 बजे से राजयोग का अभ्यास करती थी जिसके परिणाम स्वरुप वह 9 वर्ष  तक वह जीवित रही राजयोग ने उनकी बीमारी को बढने से रोक दिया ।

संसथान की बी के कुमारियो द्वारा संगीतमय व्यायाम की शानदार प्रस्तुति दी गई ,योगाचार्य भ्राता देवेन्द्र पटेल जी ने भी योग की विभिन्न टिप्स  बताते हुए योगाभ्यास व प्राणायाम से सभी को लाभान्वित किया । अनेक भाई बहनों ने कार्यक्रम का लाभ लिया बी के भ्राता मुकेश नेमा जी ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया ।

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