जब हमारा रिसीवर क्लीयर हो तब बाबा की टचिंग कैच कर सकते

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अमृतवेले टॉवर ऑफ पीस के पास खड़े हो जाओ। ये चारों टॉवर अपने अन्दर भर के अपने आप को भरपूर कर लो।

पिछले अंक में आपने पढ़ा कि बाबा शांति का टॉवर है, पवित्रता का टॉवर है, शक्ति का टॉवर है, ज्ञान का टॉवर है। ऐसे मुझे भी शांति का टॉवर, पवित्रता का टॉवर, शक्ति का टॉवर, ज्ञान का टॉवर बनना है। यानी उसकी हाइएस्ट स्टेज में अपने आप को स्थित करना है।
टॉवर माना सबसे ऊंचा। तो उसकी हाइएस्ट स्टेज में अपने आपको स्थित करना है। जब शांति का टॉवर बन जाती हूँ तो उस समय मन की स्थिति इतनी शांंति की हो जैसे शांति के प्रकम्पन्न दूर-दूर पहुंच रहे हैं, जा रहे हैं। जैसे ये मोबाइल का टॉवर होता है ना वो कितना भी जंगल में हो तो भी दूर-दूर तक सिग्नल पहुंचाता है ना! ठीक इसी तरह बाबा भी कहते हैं कि टॉवर बन जाओ तब कहाँ भी होंगे तो बाबा की सिग्नल को कैच करेंगे। इसीलिए बाबा कहे कि जब बुद्धि की लाइन क्लीयर होगी तो बाबा से टचिंग पॉवर, कैचिंग पॉवर आपकी बहुत स्पष्ट हो जायेगी समय आने पर, क्योंकि जैसे-जैसे अन्तिम समय आयेगा तो इस तरह का माहौल बनेगा, ऐसी-ऐसी परिस्थितियां आयेंगी अगर मेरी बुद्धि की लाइन क्लीयर नहीं है तो हम उस परिस्थिति में फंस सकते हैं। अगर मैं टॉवर हूँ तो नीचे जंगल कितना भी हो लेकिन टॉवर ऊपर है तो ऊपर से क्या है सिग्नल सहज कैच कर सकता है। तो सिग्नल कैच किया तो बहुत क्लीयर टचिंग आयेगी कि इस हालात में मुझे क्या करना है।
कभी-कभी बाबा टचिंग देगा कि बच्चे ये रास्ते पर नहीं जाना है, ये रास्ते पर जाना है, महसूस कराया है हमें, अनुभव कराया है हमें, ऐसा लगा है कि बाबा की टचिंग प्राप्त हुई और हम नहीं तो हम उस रास्ते पर जाने वाले थे और इस रास्ते पर आये। यहाँ आये तो सेफ हो गये। इसीलिए जब टॉवर बनकर हम बैठ जाते हैं कि मैं टॉवर हूँ माना इतनी ऊंचाई की स्थिति पर हूँ तो बाबा से जो शक्ति प्राप्त होती है उससे हमारी बुद्धि रिफाइन हो जाती है और हमारी कैचिंग पॉवर और टचिंग पॉवर तिक्षण हो जाती है।
हर बात में अन्तिम अभ्यास इतना काम आयेगा क्योंकि अन्त समय में ही हमें बाबा की टचिंग्स बहुत ज़रूरी हैं, नहीं तो फंसना आसान है। इसीलिए बाबा की टचिंग मिलेगी और हमारी कैचिंग पॉवर स्पष्ट होगी। हमारा रिसीवर क्लीयर होगा तो बाबा की हर टचिंग को कैच करना इतना आसान हो जायेगा और सरलता से हम अपने आप को उस अनुसार ढाल कर दूसरों को सेफ्टी में ले जाने के निमित्त बनेंगे, जो दूसरे भी कहेंगे कि ऐसा लगा फरिश्ते के रूप में आये और हमें इस परिस्थिति से बाहर निकाल दिया। इसीलिए बाबा से हमारी बुद्धि की लाइन इतनी क्लीयर चाहिए। तो रोज़ अमृतवेले टॉवर ऑफ पीस के पास खड़े हो जाओ। ये चारों टॉवर अपने अन्दर भर के अपने आप को भरपूर कर लो। जैसे सुबह-सुबह हमारा कनेक्शन टॉवर के साथ हो गया तो दिनभर में भी टॉवर हमारे साथ में जुड़ा रहेगा। उस टॉवर से हमारा कनेक्शन टूट नहीं सकता है। तो इसीलिए बाबा से शक्ति लेने का, सकाश लेने के ये कुछ तरीके हैं।

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