आगरा,उत्तर प्रदेश: आर्ट गैलरी म्यूजियम पर मदर्स डे मनाया गया इस अवसर पर बीके मधु बहन, संगीता बहन ने कहा की एक महिला जो कई रोल निभाती है, मां का, बेटी का, डॉक्टर का, नर्स का, दुर्गा का, देवी का। भगवान सब जगह हो नहीं सकता इसलिए भगवान ने मां के स्वरूप को रचा, मां ऐसा स्वरूप है जिसे भगवान भी नमन करते है।
मां बच्चों की प्रथम पाठशाला होती है मां बच्चों को अच्छे संस्कारों सिखाती है, मां बच्चों को परिस्थितियों से लड़ना सिखाती है। मां पालना करती है। मां सब की जगह ले सकती है लेकिन मां की जगह कोई नहीं ले सकता। और परमात्मा ने ब्रह्मा मां को रचा जो हमें अच्छे देवी संस्कारों से सींचती है।
बी के माला बहन ने कहा कि हमारा देश किसी पर आक्रमण नहीं करता तो किसी ने पूछा क्यों तो कहा क्योंकि भारत मां अपने बच्चों पर हमला नहीं करती। बीके गीता बहन ने योग कंट्री के द्वारा सबको परमात्मा से कनेक्शन कराया। बीके संगीता बहन ने एक्टिविटी के द्वारा आत्मा और परमात्मा का परिचय कराया। प्रोग्राम के आखिर में सभी बहनों और माताओं में कैंडल किया तथा बहनों प्रोग्राम में आई महिलाओं को सम्मान किया।