मोतिहारी, बिहार: डॉ वीरेंद्र नाथ पांडे मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा एम एस कॉलेज में 6 जुलाई को आयोजित विशेष सम्मान समारोह में शब्द लेखन आध्यात्मिक चिंतन के माध्यम से समाज के उत्तरोत्तर विकास की दिशा में अति विशिष्ट उपलब्धियां एवं अति महत्वपूर्ण योगदान के लिए “शब्द साधक सम्मान 2024” से बीके अशोक वर्मा को नवाजे जाने के बाद 7 जुलाई को मोतिहारी बनियापट्टी में संचालित ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र पर सभी भाई-बहनों द्वारा इन्हे विशेष रूप से अभिनंदन एवं सम्मानित किया गया ।
सेवा केंद्र प्रभारी बीके विभा बहन ने टीका लगाकर, सम्मान का शाल ओढाकर पगडी पहनाया और कहा कि राजयोगी बीके अशोक भाई को मिला यह सम्मान बहुत बडा संदेश दे रहा है। इन्होने अनेक झंझावातों को झेलते हुए योग साधना को कभी नही छोडा,बाप समान निरंहकारिता को अपनाया,दूखो का पहाड गिरा परंतु कभी भी मूरली और साधना को नही छोडा ,इन्होन हर बाधक सीन को परीक्षा और साइट सीन के रूप मे लिया । ब्रह्मा वत्सो मे उदाहरण बने बीके अशोक भाई दुनिया वालो के लिये भी आज प्रेरणा स्वरूप बन गये है।सेवाकेंद्र की सहायक प्रभारी बीके शकुंतला माता ने फूलो का गुलदस्ता देकर बधाई दी,उक्त अवसर पर वरिष्ठ बीके ललन भाई,बीके शिवपूजन भाई अधिवक्ता ,बीके भरत भाई, बीके सारिका बहन ,बीके शशिकला,बीके रामदेनी माता,बीके बंशीधर भाई एवं दर्जनो भाई बहनो ने बधाई मे उपहार स्वरूप फूलों का गुलदस्ता आदि देकर बाबा के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।
अपने संबोधन में बीके अशोक वर्मा ने कहा कि यह सम्मान पत्रकारिता के लिए मुझे नहीं मिली है बल्कि यह “शब्द साधक सम्मान” मेरे चैतन्य स्वरुप को ईश्वरीय सेवा अर्थ ट्रस्ट ने मेरे हाथो मे दी है। वास्तविक रूप में सम्मान ग्रहण करने का मै सिर्फ निमित्त मात्र था वास्तविक रूप यह विशेष सम्मान शिव बाबा -शक्ति का सम्मान है।ब्रह्मा वत्सो के लिये उन्होने कहा कि अब समय की समीपता स्पष्ट दिख रही है।करन करावनहार बाबा है।अब शीघ्र ही हम सभी को संपूर्णता को प्राप्त करना है।