मेहसाना : ‘राजऋषि गाकुल गाँव प्रकल्प’ ट्रेनिंग का आयोजन

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प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों के मानसिक एवं चारित्रिक उत्थान के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण

मेहसाना,गुजरात: “खेती करें तो प्रेम से करें, दिल से करें, सकारात्मक विचारों से खेती करेंगे तो उस उपज से खाना पकाने वाले एवं खाने वाले में भी सकारात्मकता आयेगी” उक्त उद्गार, ब्रह्माकुमारीज़, मेहसाणा द्वारा आयोजित ‘राजऋषि गोकुल गाँव प्रकल्प’ अंतर्गत आयोजित प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए ‘गुजरात नेचुरल फार्मिंग साइंस युनिवर्सिटी’ के वाइस चांसलर डॉ. सी.के. टिंबडीया जी ने व्यक्त किये। आगे उन्होंने कहा “मैं खुशी व्यक्त करता हूँ कि यह एक विशिष्ट कार्यक्रम है, जो काम सरकार को करना चाहिए वह ऐसी संस्था कर रही है।” सभा में उपस्थित सर्व ट्रेनर्स को उद्बोधित करते हुए उन्होंने कहा “प्राकृतिक खेती में गौ-माता का गोबर एवं गौमूत्र का उपयोग कैसे करना है यह बात आपको किसानों को सीखानी है।” प्राकृतिक खेती के साथ योग के महत्व को समझाते हुए उन्होंने आगे कहा “खेती करें तो प्रेम से करें, दिल से करें, सकारात्मक विचारों से खेती करेंगे तो उस उपज से खाना पकाने वाले एवं खाने वाले में भी सकारात्मकता आयेगी। यह सकारात्मकता योग सीखने से आयेगी। हमारे शरीर पर चिंता की असर न हो उस के लिए भी योग की बहुत आवश्यकता है। योग को हमारी यूनिवर्सिटी में भी शामिल किया जायेगा। हम पहले स्टूडेंट को योग करायेंगे बाद में ही पढ़ाना प्रारंभ करेंगे ”

ब्रह्माकुमारीज़ के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्षा मेहसाणा के आदरणीय राजयोगिनी ब्र.कु. सरला दीदी ने इस ट्रेनिंग का उद्देश्य बताते हुए कहा “ग्रामीणों के जीवन में समृद्धि आए, उनका आर्थिक, सामाजिक, मानसिक, सर्वांगीण विकास हो, महिलाओं का विकास, गाँव की स्वच्छता, आदर्श पंचायत, बच्चों का विकास हो इस उद्देश्य से यह ‘राजऋषि गोकुल गाँव प्रकल्प’ ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है। देश की मांग है – सात्विक एवं पौष्टिक अन्न। उस के लिए प्राकृतिक यौगिक खेती के लिए किसानों को जागृत करेंगे। इस के लिए ट्रेनिंग में आये हुए हरेक को ट्रेनिंग लेकर कम से कम एक गाँव पसंद कर उनका सर्वांगीण विकास करने का लक्ष्य रखना है।”

इसके उपरांत श्याम प्रतापसिंह राठौड, सरपंच, जाहोता ग्राम पंचायत, राजस्थान; मल्टी स्टेट स्किल डवलपमेन्ट के एम.डी. सुरेश भाई पटेल; कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के एग्जीक्यूटिव मेंबर ब्र.कु. विनु भाई ने भी अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।

कार्यक्रम के प्रारंभ में तपोवन, आबूरोड, ब्रह्माकुमारीज़ से पधारे राजऋषि गोकुल ग्राम प्रकल्प के प्रणेता बी.के. चंद्रेश भाई ने सभी महेमानों का स्वागत किया। कुमारिकाओं ने ग्राम्य संस्कृति पर सुंदर नृत्य कर सभी को ग्राममय बना दिया। मंचासिन महेमानों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के एग्जीक्यूटिव मेंबर, कलोल के ब्र.कु. जिग्नेश भाई ने सभी का आभार व्यक्त किया। पूरे कार्यक्रम का सफल मंच संचालन, कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के एग्जीक्यूटिव मेंबर भीनमाल सेवाकेन्द्र की ब्र.कु. गीता बहन ने किया।

ब्रह्माकुमारीज़ के गोडली पैलेस में आयोजित इस तीन दिवसीय ट्रेनिंग में गुजरात उपरांत अन्य कुछेक राज्यों से 50 जितने ब्रह्माकुमारी बहनें एवं भाईयों ने इस ट्रेनिंग का लाभ लिया।। उद्घाटन के बाद विभिन्न ट्रेनर्स के द्वारा विविध विषयों पर ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग के बाद सबने अच्छे-अच्छे अनुभव भी सुनाये एवं अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर ग्रामीणों के लिए सेवा करने का दृढ़ संकल्प भी किया।

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