रास्ट्रीय महिला सम्मेलन का उद्घाटन

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महिला सम्मेलन में पहुंची देशभर की महिलायें, तीन दिनों तक सशक्तिकरण पर चर्चा

आबू रोड, राजस्थान । राजस्थान सोशल वेलफेयर बोर्ड की अध्यक्षा डॉक्टर अर्चना ने कहा कि नारी में बड़ी शक्ति है। महिलाओं में शक्ति की पुंज है। आजकल तो कामकाज के साथ घर के सारे काम भी करती और परिवार भी चलाती। परन्तु महिलाओं को सफलता के चक्कर में अपनी शक्ति और अस्तित्व को नहीं भूलना चाहिए। वे ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मनमोहिनीवन स्थित ग्लोबल ऑडिटोरियम में आयोजित महिला सम्मेलन में बोल रही थी। 
उन्होंने कहा कि महिला में पालन करने, सहन के साथ सुनने की क्षमता होती है। वे संयमी और साधना वाली होती हैं। महिलाओं का स्थान देवियों के रूप में ज्यादा दिखाया जाता है। महिलाओं को अपनी इस स्थिति को समझना और परखना चाहिए। ब्रह्माकुमारी संस्थान में महिलाओं को उच्च सम्मान दिया जाता है। यहां का राजयोग नारी को शक्ति का रूप देता है। इसलिए हमें अपनी पहचान को बनाए रखना चाहिए।
भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम इंटरप्राइजेज मंत्रालय के राष्ट्रीय बोर्ड के सदस्या रश्मि मिश्रा ने कहा कि जहां नारी का सम्मान होता है, जहां नारी की उपस्थिति होती है वहां देवताओं का वास होता है और मुझे आज सबको देखकर लग रहा है कि बाबा का आशीर्वाद हमें मिल रहा है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि हिन्दू धर्म में नारियों को देवी का दर्जा प्राप्त है। ब्रह्माकुमारी में जाकर मेडिटेशन करना शुरू किया तब मुझे पता चला की अध्यात्म का मतलब क्या है। जब तक हम आध्यात्मिक तौर पर जुड़ेंगे नहीं बच्चों को घर में सही और ग़लत की शिक्षा नहीं देंगे तब तक हमारा देश और समाज सफल नहीं हो पाएगा। 
एनेस्थीसिया की प्रोफेसर डॉक्टर उषा किरण ने कहा कि नारी दुनिया को स्वर्ग बना कर दिखाएगी और कुछ समय में ही सबने देख लिया कि सारे दुनिया में ब्रह्माकुमारी बहने इसमें सफल हो रही हैं।  फिल्म समीक्षक और लेखक भावना सोमैया ने कहा कि मैं ऐसा मानती हूं कि एजुकेशन, मनी और सक्सेस एम्पावरमेंट नहीं है। एम्पावरमेंट सेल्फ कॉन्फिडेंस है और सबसे ज़्यादा आपको क्या तालीम दे रही है। आपके साथ सब अच्छा ही होता है अगर आप अच्छी नीयत रखो तो हमारे माँ बाप अच्छी वैल्यू हमें देते हैं। 
महिला प्रभाग की अध्यक्षा बीके चक्रधारी दीदी ने कहा कि एक दैवी सृष्टि बनाने के लिए महिलाओं का स्प्रिचुअल एम्पावरमेंट होना बहुत ज़रूरी है क्योंकि स्प्रिचुअलटी केवल लेक्चर देने की चीज़ नहीं। जब स्प्रिचुअल पौधे का निर्माण किया जाता है तो पौधे के निर्माण में उसे समय पर पानी देना और खराब चीजों की निराई करना जरूरी है। 
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने कहा कि नारी शक्ति ही विश्व को बदल सकती है। यह हमारी संस्थान में माताओं बहनों ने कर दिखाया है। इसलिए आप सभी को इसमें भागीदार बनना चाहिए। 
कार्यक्रम में महिला प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके शारदा, मुख्यालय संयोजिका बीके डॉ सविता समेत कई लोगों ने संबोधित किया।

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