अलीराजपुर,मध्य प्रदेश। सनातन धर्म में गुरुपूर्णिमा का विशेष महत्व है। गुरु पूर्णिमा आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। सनातन धर्म में गुरु को ईश्वर से भी ऊंचा दर्जा दिया गया है ।
‘गु’ का अर्थ है अंधकार और ‘रु’ का अर्थ है प्रकाश। इस तरह गुरु का शाब्दिक अर्थ हुआ जो हमें – अज्ञानता के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश में लें कर जाएं। यह विचार इंदौर से पधारे हुए धार्मिक क्वीन के को ऑर्डिनेटर ब्रह्मा कमार नारायण भाई कहे। साथ ही ब्रह्मा कुमारी माधुरी दीदी कहां वीर निकल रहा है तो भारत देश से निकल रहा है। गुरुकुल से निकल रहा है, विदेश जाकर पढ़ने वाले बच्चों को देखो और हमारे पूर्वजों को देखो कितना अंतर है, बच्चे, युवा आज इंटरनेट,मोबाइल, टीवी और सोशल मीडिया को गुरु बना लिया है इसके फलस्वरूप आज हम देख रहे हैं पिछले कई दशकों से भारतवर्ष में वीर नहीं निकल रहे हैं, इसका मूल कारण है गुरु की शरण न लेकर मोबाइल की शरण ले ली।