नागपुर: विश्व शांति सरोवर ट्रेनिंग सेंटर में राजऋषि गोकुल ग्राम प्रकल्प के अंतर्गत ट्रेनर्स ट्रेनिंग कार्यक्रम

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ब्रह्माकुमारीज द्वारा राजऋषि गोकुल ग्राम प्रकल्प के अंतर्गत ट्रेनर्स ट्रेनिंग का उद्घाटन

नागपुर,महाराष्ट्र: राजऋषि गोकुल ग्राम प्रकल्प के अंतर्गत टेनर्स टेनिंग का उद्घाटन कार्यक्रम 28 अगस्त, सायं 5 बजे किया गया। भारत को विश्व गुरु का स्थान पुनः प्रदान करने में भारतीय कृषि एवं ग्रामीण क्षेत्र का विशेष योगदान है, इसी विषय एवं लक्ष्य लेकर ब्रह्माकुमारीज् के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग द्वारा ब्रह्माकुमारीज् नागपुर के वर्धा रोड स्थित विश्व शांति सरोवर ट्रेनिंग सेंटर में दो दिवसीय टेनिंग का आयोजन किया गया। इस अवसर पर माउंट आबु से पधारे ब्रह्माकुमारीज के कृषि और ग्रामीण विकास प्रभाग के मुख्यालय संयोजक राजयोगी ब्रह्माकुमार सुमंत भाई तथा मुख्यालय संयोजक राजयोगी ब्रह्माकुमार शशिकांत भाई, राजऋषि गोकुल ग्राम परियोजना के समन्वयक राजयोगी ब्रह्माकुमार चन्द्रेश भाई, योगिक खेती की प्रणेता बी.के. मनिषा बहन, कोल्हापुर से तथा राजस्थान जाहोता गांव के सरपंच भ्राता शाम प्रताप राठौड आदि सभी विशेष  ट्रेनिंग   देने के लिये नागपुर में पहुंचे थेे।

इस प्रकल्प के उद्घाटन के लिये विशेष अतिथी नागपुर डिवीजन के डिप्टि कमिश्नर डेवलपमेंट भ्राता कमलकिशोर फुटाणे जी, एडीशनल कमिश्नर – इन्कम टॅक्स भ्राता ऋषि कुमार बिसेन, डिस्ट्रिक्ट सुपरिटेन्डन्ट – अग्रीकल्चर ऑफीसर, रिजनल डायरेक्टर, रिजनल सेंटर ऑफ ऑर्गंेनिक अन्ड नॅचरल फार्मिंग, नागपुर भ्राता रविन्द्र मनोहरे, डॉ. ए.एस. राजपुत, कृषि रत्न अवार्ड विजेता भ्राता डॉ. आर.बी. ठाकरे जी तथा ब्रह्माकुमारीज् क्षेत्रीय संचालिका, नागपुर राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रजनी दीदी जी आदि उपस्थित रहकर दिप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुवात की।

बी.के. रजनी दीदी जी ने शब्दसुमनों से स्वागत करते हुये कहां, कि ब्रह्माकुमारीज के कृषि एवं ग्रामविकास प्रभाग द्वारा भारत भर में गरीबों का, किसानों का और ग्रामजनों की सेवा विशेष रुप से हो रहीं है इसलिये मै अपनी शुभकामनाये देती हुं कि आगे भी यह स ेवाये ं बढती रहे यहीं आशा व्यक्त की।

गोकुल ग्राम कि प्रस्तावना देते हुये आबू रोड, तपोवन से आये बी.के. चन्द्रेश भाई ने कहां कि 70 प्रतिशत आबादी गांव में बसती है। हमे भारत के लोगों के संस्कारों को परिवर्तन करना है तो हमें अन्न के ऊपर काम करना होगा। जैसा अन्न वैसा मन। गाँव में सुधार लाना है तो हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, जलसंपदा में सुधार लाना होगा। उन्होने कहां कि परमात्मा की प्रेरणा से ही यह राजऋषि गोकुल ग्राम प्रकल्प की संकल्पना साकार हो रहीं है। 

मुख्यालय संयोजक राजयोगी ब्रह्माकुमार सुमंत भाई ने अपने वक्तव्य में कहां कि भारत के किसान एवं ग्रामीण भाई बहनों द्वारा स्वयं निर्भर गांव के निर्माण के लिये राजऋषि गोकुल ग्राम प्रकल्प के अंतर्गत यौगिक खेती, यौगिक गृहवाटिका, ग्राम स्वच्छता, जलसंरक्षण इत्यादि क्षेत्र में कार्य करना तथा उनके आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा स्वस्थ समाज के निर्माण के लिये तैयार करना होगा। ग्राम विकास की सेवाओं का चार स्तंभ स्वच्छता, साक्षरता, स्वास्थ्य और स्वनिर्भरता है। उन्होने कहां मानव जाती में भेद भावनायें नां हो।
हम डॉक्टर के पास या टिचर के पास या किसी हॉस्पिटल में जाते तो हम यह नहीं सोचते की वह कौन से जाती के है यह नहीं पुछते। उन्होने कहां की भारतीय संस्कृती का आधार मानवता है । मानवता को दैवत्व की ओर ले जाने का कार्य ब्रह्माकुमारीज के द्वारा किया जा रहा है। इन्हीं भावनाओं के साथ सम्पुर्ण ग्राम विकास संभव है।

राजस्थान के जाहोता गांव के सरपंच भ्राता शाम प्रताप राठौड ने कहां कि जब तक गांव का विकास नहीं होगा तब तक हमारा देश आगे नहीं बढेगा। उन्होने अपने जाहोता गांव को गोकुल गांव बनाया है यह बहुत अनोखा अनुभव उन्होने सभी के सामने सांझा किया। उन्होने गांव में महिलाओं कि समस्या का हल कैसे मिले उसके लिये महिला पंचायत का आयोजन तथा बच्चों कि उन्नती के लिये भिन्न भिन्न तरह के आयोजन के बारे में अवगत कराया। जाहोता गांव में एक भी महिला बेरोजगार नहीं है। उन्होने कहां कि जब तक गांव के लोग आदर्श नहीं होंगे तब तक गाव आदर्श नहीं बनेगा। उन्होने आगे कहां गांव में जहां पर गंदगी थी उस जगह को गाव वालों की मदद से स्वच्छ करके सौदर्यीकरण किया और वहां पर सेल्फी प्वाइंट बनाया गया।

अतिथी डिप्टि कमिश्नर डेवलपमेंट, भ्राता कमलकिशोर फुटाणे जी, ने कहां कि सहीं वक्त पर यह प्रकल्प शुरु हुआ है। गांव का भौतिक और आर्थिक विकास के साथ सामाजिक और मानसिक विकास की जरुरत पर उन्होने जोर दिया।  एडीशनल कमिश्नर, भ्राता ऋषि कुमार बिसेन जी ने स्पष्ट किया कि भारत गांव में बसता है। पुरी दुनिया ही एक गांव है।

भ्राता रविन्द्र मनोहर, डिस्ट्रिक्ट सुपरिटेन्डन्ट, अग्रीकल्चर ऑफीसर इन्होंने अपने भाव प्रगट करते हुये कहां गवरमेंट से जो फंड आता उससे बडी बडी बिल्डिंग बना सकते है, रास्ते बना सकते है लेकिन मनुष्य के मन को नहीं बना सकते। जहां सर्व गुणों से सजे हुये मनुष्य रहते है उसको हीे गोकुल गांव कहेते है। डॉ. ए.एस. राजपुत, रिजनल डायरेक्टर ने कहां कि हम लोगों को आंखे तो दे सकते है लेकिन व्हिजन नहीं दे सकते। व्हिजन लेने के लिये हमे ब्रह्माकुमारीज् में आना पडेगा।

अंत में कृषि एवं ग्रामविकास प्रभाग के मुख्यालय संयोजक राजयोगी ब्रह्माकुमार शशिकांत भाई ने सभी से आदर्श गांव बनाने के लिये प्रतिज्ञा कराई तथा नारे भी बुलवाये। भारत के विभिन्न शहरो से काफी भाई बहनें टेªनिंग में सहभागी हुये है। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारीज् उमरेड सेवाकेन्द्र कि संचालिका राजयोगिनी बी.के. रेखा दीदी जी ने तथा गोंदिया के भ्राता महेन्द्र भाई जी ने किया। सभी आगंतुक भाई बहनों का आभार प्रदर्शन राजयोगी बी.के. प्रेमप्रकाश भाई जी ने किया।

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