मन की बातें – राजयोगी ब्र.कु. सूरज भाई

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प्रश्न : मेरा नाम सरिता है और मैं लातुर से हूँ। मेरी सात महीने की बेटी है, उसकी प्रॉब्लम ये है कि वो जब कभी भी सोती है चाहे दिन हो या रात, नींद में घबराती है, रोती है। तो इसका कारण क्या हो सकता है, इसका समाधान क्या हो सकता है?
उत्तर : अब देखिए इस बच्ची ने इस जन्म में न ऐसा कुछ किया, न देखा। पूर्व जन्मों के इफेक्ट्स के ऊपर है। या तो इसकी मृत्यु बहुत घबराहट की स्थिति में हुई है। क्योंकि मृत्यु का इफेक्ट इतना गहरा सब्कॉन्शियस में आ जाता है कि उसका इफेक्ट लम्बे समय, अगले जीवन पर चलता रहता है। या फिर इसको किसी ने मारा हो बहुत ज्य़ादा, किसी ने बहुत सताया हो, कष्ट देकर मार दिया हो तो इसके अन्र्तमन में भय समा गया। वो सात मास की है तो उसे वो सब सीन याद हैं अभी। बच्चा छोटा होता है तो उसकी मेमोरी बैक में जाती रहती है। सीन जो गहराई से उसके अंतर्मन पर छप गये हैं उसे जल्दी नहीं भूलते, यही एक कारण है कि ये घबराई हुई रहती है। इसका समाधान बिल्कुल सम्भव है। आपको अपनी बच्ची के लिए कुछ अच्छे-अच्छे अभ्यास करने होंगे। आपने अगर राजयोग नहीं सीखा है तो आप राजयोग सीख लें। आप उसके सामने बैठें, उसे आत्मा देखें और उसे आत्मा देख गुड फीलिंग दें कि नहीं अब तुम हमारे पास पूरी तरह सुरक्षित हो। तुम तो भगवान की संतान हो। ये देह तो अलग है, तुम तो चेतन आत्मा हो, अजर,अमर, अविनाशी हो। किसी ने तुम्हें कष्ट भी दिया है तो अब तुम उन्हें क्षमा कर दो। अब तुम सुखी हो जाओ। तुम तो बहुत अच्छी हो। तुम तो बहुत पॉवरफुल हो। तुम्हारे साथ स्वयं भगवान है। इस तरह के थॉट उसे सवेरे दें, दोपहर में दें क्योंकि बच्ची तो सोई रहेगी, सोते हुए को ही दे सकते हैं। तो इससे उसका ये इफेक्ट खत्म हो जायेगा। और दूसरी चीज़ है, इसके लिए एक घंटा रोज़ राजयोग मेडिटेशन करना होगा, केवल 21 दिन तक। तो ये योग की शक्ति उस आत्मा को निर्भय करेगी। और अगर कोई विकर्म उसको याद आ रहा है, उसके कारण भय है, एक कारण ये भी है कि आत्मा ने बहुत ज्य़ादा पाप कर लिए हों। क्योंकि मृत्यु के समय मनुष्य का सब्कॉन्शियस माइंड बिल्कुल क्लीयरली काम करने लगता है। तो जो-जो उसने किया वो सब मेमोरी में उभरने लगता है तो बहुत भयभीत होने लगता है मनुष्य। उसी भय में उसे यमदूत खड़े दिखते हैं, कष्ट दे रहे हैं। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं होता, वो उसके अपने मन की ही रचना होती है। तो ऐसे योगाभ्यास से उसके वो विकर्म नष्ट हो जायेंगे और उसके वायब्रेशन्स में बहुत परिवर्तन दिखाई देगा, उसके फेस से ही दिखाई देगा। बच्ची पीसफुल हो गयी है, उसके चेहरे पर खुशी है। घर में भी माहौल थोड़ा अच्छा रखना है। अच्छी टयून्स बजती रहें, अच्छे गीत बजते रहें, क्योंकि बच्चा जितना छोटा है वो इन सब वायब्रेशन्स को बहुत जल्दी ग्रहण करता है।

प्रश्न : मुझे प्रीमेच्योर बेबी हुई है उसके लिए क्या कुछ योग की विधि हो सकती है?
उत्तर : योग से तो सबकुछ अच्छा हो सकता है। क्योंकि प्रीमेच्योर जन्म जो होते हैं इसमें बे्रन भी इन्कम्प्लीट रह सकता है। इसमें शरीर के कुछ अंग वीक रह सकते हैं। पूरी तरह से ग्रोथ नहीं होगी। किसी का कद छोटा रह जायेगा, बहुत कमज़ोरी रह जायेगी अन्दर में। ये भी वही कि मनुष्य के पास जो कार्मिक अकाउंट है, उसके कारण उसकी ये स्थिति आती है। आपको ये करना होगा कि उसको जो कुछ भी खिलायें-पिलायें चार्ज करके दें अभी। चार्ज करने का तरीका वही, चाहे पानी हो, दूध हो, भोजन हो जो कुछ भी या माँ ही अपना दूध पिलाती हो तो जब माँ भी अपना दूध पिलाती हो तो वो संकल्प करे कि मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ, ये अभ्यास करते रहें। तो दूध में वो वायब्रेशन्स बच्चे को जाते रहेंगे। और अगर बोतल से दूध पिलाया जाता है तो बोतल को दृष्टि देकर उसको भी 21 बार संकल्प कर दें कि मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ, फिर वो दूध बच्चे को दे-दें और वो पीता रहता है जैसे तो उसके द्वारा भी उसको एनर्जी जाती रहेगी और तीसरी चीज़ जो मोस्ट इम्र्पोटेंट है ब्रेन को दस-दस मिनट सवेरे-शाम एनर्जी देनी होगी और उसका तरीका हम हमेशा सिखाते हैं। दोनों हाथ मलते हुए तीन बार याद करेंगे, मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ। इससे हाथों में बहुत पॉवरफुल एनर्जी वायब्रेट आउट होगी। तो आप हाथ मल के बेबी के सिर पर रख दें। एक मिनट रखेंगे और संकल्प करेंगे इस एनर्जी से इसका ब्रेन परफेक्ट हो जाये। और ऐसा दस बार करेंगे, सवेरे-शाम दस-दस बार करेंगे। ब्रेन को एनर्जी जायेगी। और चौथी बात, एक घंटा इनके लिए योगदान 21 दिन अवश्य कर दें ताकि जिस कारण से ये स्थिति बनी वो हट जाये और उनका इफेक्ट खत्म हो जाये। क्योंकि इन पाप-कर्मों का इफेक्ट चलता रहता है जीवन पर। उसको काटना, वो जो वायब्रेशन्स आ रहे हैं उसको कट ऑफ करना ये बहुत ज़रूरी होता है। तो एक घंटा योग इसी स्वमान से कि मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ, पॉवरफुल योग करेंगे। तो आपकी बेबी को जो कठिनाई है वो सब समाप्त हो जायेगी।

प्रश्न : मैं नेपाल से राधिका हूँ। मैं चौदह साल से विद्यालय से जुड़ी हुई हूँ। मेरी दुकान पहले बहुत अच्छी चलती थी लेकिन अब बिल्कुल नहीं चल रही, क्या करें?
उत्तर : इसमें क्या होता है, कभी चलते-चलते मनुष्य के सामने पूर्व जन्मों के विकर्म आ जाते हैं और वो बस बाधा डालने लगते हैं। ये बहुतों के साथ होता है। बहुतों माना लाखों लोगों के साथ होता है। बिजनेस बहुत अच्छा चल रहा था अचानक सबकुछ खत्म हो गया। इसमें एक ही कारण है बस और कुछ नहीं। कभी-कभी ऐसा भी होता है कोई-कोई कहता है कि किसी तांत्रिक ने क्रिया करा दी हमारी प्रोग्रेस देखकर। लेकिन मूल चीज़ यही है कि पास्ट के विकर्म सामने आ जाते हैं। तो इसके लिए चाहिए आप 21 दिन की योग भट्टी कर लें। बहुत अच्छी तरह इसको महत्व दें। परिवार के सभी लोग इकट्ठे कर लें। विशेषकर जो बिजनेस में हैं। सब लोग इकठ्ठा मेडिटेशन करें। दुकान में कर लें या अपने घर में ही कर लें, मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ, विघ्न विनाशक हूँ। इस स्वमान को सात बार याद करके आप एक घंटा पॉवरफुल मेडिटेशन करें। जब आप अपनी दुकान खोलें तब दुकान खोलते ही जब अन्दर प्रवेश कर रहे हैं तो याद करें मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ। सफलता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है। चार-पाँच बार याद कर लें और फिर जब वहाँ बैठें तो बाबा का आह्वान कर लें और ग्राहकों का भी आह्वान कर लें। आओ भगवान आ गया है, तुम भी आ जाओ। पहले ही दिन से इम्प्रूवमेंट होने लगेगी। योग अभ्यास से वो विघ्न नष्ट हो जायेगा।

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