धमतरी :आंतरिक ज्ञान, गुण और शक्तियों को जागृत करने का पर्व है दीपावली – सरिता दीदी

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ब्रह्माकुमारीज़ में धूमधाम से मनाया गया दीपावली पर्व

धमतरी,छत्तीसगढ़। आंतरिक ज्ञान, गुण और शक्तियों को जागृत कर अंतर्मन को प्रकाशमान करने का पर्व दीपावली है। यह पर्व आत्म ज्योति का सच्चा दीपक जगाने की प्रेरणा देता है। उक्त उद्गार ब्रह्माकुमारीज़ धमतरी सेवाकेंद्र की मुख्य संचालिका सरिता दीदी ने आज प्रातःकाल दिव्यधाम में आयोजित दीपावली पर्व के शुभ अवसर पर व्यक्त किए।

उन्होंने आगे कहा कि दीपावली पर्व पर हम कोने-कोने की सफाई करते हैं, लोगों से अच्छे व्यवहार करते हैं, प्यार से बात करते हैं। हमें लगता है कि हमारा सबके साथ रिश्ता इतना अच्छा है। लेकिन हमें पता ही नहीं चलता है कि कब हमने अपने मन में उनके प्रति कौन सी गांठ बांध कर रखी है। कई बार सामने वाले के प्रति शब्द और व्यवहार अच्छे होते हैं लेकिन मन में कहीं न कहीं वह आदर, सम्मान का भाव नहीं होता है। इस दीवाली हम अपने मन के कोने-कोने में छिपी कोई बुराई, गलत संस्कार और गलत सोच की सफाई करें। इससे मन का अंधकार दूर होगा। एक नया उजाला आएगा।

माउंट आबू से पधारे बी.के. चुनेश ने कहा कि आत्मा ही सच्चा दीपक है। बाहर के अन्धकार को तो मिट्टी के दीपक जलाकर दूर कर सकते हैं किन्तु अंतर्मन में छाए हुए अन्धकार को दूर करने के लिए हमें सभी के लिए शुभ संकल्पों के दीप जलाने होंगे।

इस अवसर पर देवी लक्ष्मी जी की भव्य रंगोली भी बनाई गई थी जिसके सामने सभी ने श्रेष्ठ संकल्प के साथ दिये जलाए। श्री लक्ष्मी और श्री नारायण का भव्य दरबार लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा। 21 दीपकों के सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए थे जिसके सामने सभी ने अपना फोटो खींचा और 21 दीपकों में लिखे गए कोई न कोई एक गुण धारण करने के लिए सभी संकल्पबद्ध हुए।

इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। इस अवसर पर नवनीता बहन, सरस बहन, स्वाती बहन, जागृति बहन आदि ने भी दीपावली की शुभकामनाएं दीं। प्राजक्ता बहन ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया तथा राजयोग अनुभूति भी कराई। इस अवसर पर संस्था से जुड़े हुए भाई-बहनों के अलावा धमतरी के गणमान्य नागरिकगण और ओडिशा से पधारे बीके दीपक भाई भी उपस्थित थे।

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