चंदला,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में दीपमाला महोत्सव का कार्यक्रम बड़े ही हषोल्लास के साथ व आध्यात्मिक रीति से मनाया से गया। जिसमें लक्ष्मी नारायण की झांकी आकर्षण का मुख्य केंद्र रही वहं नन्हीं मुन्ने बाल कलाकारों द्वार( स्वर्ग में एक सीट खाली हैं )नाटक की सुंदर प्रस्तुत दी गई । इस अवसर पर छतरपुर से पधारी आदरणीय राजयोगिनी रमा बहन जी ने दीपावली का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि दीपावली पर सभी घर-घर में दीपक जलते हैं और खुशियां मनाते हैं क्यों ना इस दिवाली अपने मन का दीप जलाये। मन में जो आसुरीयता, दूषित नकारात्मक विचार और कलुषित भावनाऐं घर कर गई हैं उन्हें सदा-सदा के लिए विदाई दे दे । यह तभी संभव हैं जब हमारा आत्मदीप जगा हुआ हो ! आत्म चेतना ओर आत्मिक ज्योति जली हुए हो । दीपक कहता है हम जितना जलेंगे, उतना जग को प्रकाशमान कर सकते हैं अर्थात जीवन में जितना ऊंचा महान कर्म करना चाहते हैं,त्याग तप संयम के पथ चलना होगा । बीके रीना दीदी ने मां लक्ष्मी की महिमा करते हुएं कहा कि मां लक्ष्मी धन-धान्य से संपन्न समृद्धि की देवी हैं जो केवल धन से भरपूर तो हैं ही लेकिन आंतरिक गुणो एवं शक्तियों से भी भरपूर हैं ऐसी भरपूर्ता लाने के लिए उनका आवाहन करें साथ ही ज्ञान धन को अपने जीवन में अपनाये जिस से ही सुख शांति आएंगी और अनेक प्रकार के गेम व ऐक्टिविटी कराके लोगो का उमंग उत्साह बढ़ाया। इस कार्यक्रम में शहर के गणमान्य व्यक्तित उपस्थिति रहें! बी. के. भारती बहन ने सभी का आभार व्यक्त किया।