दिल्ली: देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की जीत से ब्रह्माकुमारीज संस्थान में खुशी का माहौल हैं। उनकी जीत पर संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने बधाई दी है। दादी ने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि एक ऐसी व्यक्तित्व देश की राष्ट्रपति बनने जा रही है। जिसकी आध्यात्मिक जीवनशैली, सकारात्मक सोच और श्रेष्ठ व्यक्तित्व है। वो देश के नागरिकों को प्रेरित तो करेगी ही साथ ही देश में महिला सशक्तिकरण को मजबूती प्रदान करेगी। मैं उनकी जीत पर संस्थान के समस्त भाई-बहनों की ओर से बधाई देती हूॅ। द्रौपदी मुर्मू उन महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी जो जीवन में कुछ करना चाहती हैं।
उनके आवास पर जाकर ब्रह्माकुमारीज संस्थान ओआरसी की निदेशिका बीके आशा, ब्रह्माकुमारीज संस्थान उड़ीसा के मीडिया कोऑर्डिनेटर बीके नाथमल, दिल्ली वसंत नगर सेवाकेन्द्र प्रभारी बीके खीरा, बीके लीना तथा बीके विकास समेत कई लोगों ने उन्हें फूल और गुलदस्ता भेंट कर तथा तिलक लगाकर बधाई दी तथा माउंट आबू आने का निमंत्रण दिया।
गौरतलब है कि द्रौपदी मुर्मू ब्रह्माकुमारीज संस्थान से सन् 2009 से ही संस्थान से जुड़ी हुई है। उनका जीवन दुखों और कठिनाईयों से भरा रहा है। जब उनके पहले बेटे की मौत हुई थी तब से काफी डिप्रेसन में थी। तब वे संस्थान के सम्पर्क में आयी और तबसे लेकर आज तक वे संस्थान में सिखाये जाने वाले राजयोग का अभ्यास करती है। इसके साथ ही वे संस्थान में अधिकतर आती रही है। झारखण्ड के राज्यपाल बनने के बाद भी वे 31 जनवरी, 2020 को आबू आयी थी। आज भी वे जहॉं भी रहती है वे राजयोग ध्यान और आध्यात्मिक ज्ञान को अपने जीवन जरुर शामिल करती है।