बाग़बाहरा (छत्तीसगढ़):
आज का युवा कल का भावी समाज हैं। अगर कल के भावी समाज को अच्छा देखना चाहते हो तो वर्तमान के युवाओं को नैतिक सद्गुणों की शिक्षा के आधार से चरित्रवान बनाए। तब भावी समाज बेहतर बन सकता है। गुणवान व चरित्रवान युवा देशकी सच्ची सम्पत्ति हैं । परन्तु वर्तमान में युवा शिक्षित होने बावजूद भी युवाओं में कुसंग , सिनेमा , मोबाईल , टीवी और फैसन के कारण युवाओं में अनैतिकता आती जा रही है | उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहे |
· स्थानीय ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र, बागबहरा (छत्तीसगढ़) द्वारा आयोजित
· वे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में छात्र ,छात्राए और शिक्षको को जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व विषय पर बोल रहे थे |
ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि वर्तमान समय कुसंग, सिनेमा, व्यसन और फैशन से युवा पीढ़ी में मन का भटकाव बढ़ता जा रहा है।आध्यात्मिक ज्ञान और नैतिक शिक्षा के द्वारा युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सकती है। उन्होंने बताया कि सिनेमा, मोबाईल , इन्टरनेट व टीवी. के माध्यम से युवा पीढ़ी पर पाश्चात्य संस्कृति का आघात हो रहा है। इस आघात से युवा पीढ़ी को बचाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि युवा पीढ़ी को कुछ रचनात्मक कार्य सिखाए, तब उनकी शक्ति सही उपयोग में ला सकेंगे।
वरिष्ठ राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि हमारे मूल्य हमारी विरासत है। मूल्य की संस्कृति के कारण भारत की पूरे विश्व में पहचान है। इसलिए नैतिक मूल्य, मानवीय मूल्यों की पुर्नस्थापना के लिए सभी को सामूहिक रूप में प्रयास करने चाहिए। सकारात्मक चिन्तन का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि सकारात्मक चिन्तन से समाज में मूल्यों की खुशबू फैलती है। सकारात्मक चिन्तन से जीवन की हर समस्याओं का समाधान होताहै। उन्होंने शिक्षा का मूल उद्देश्य बताते हुए कहा कि चरित्रवान, गुणवान बनना ही शिक्षा का उद्देश्य है। उन्होंने आध्यात्मिकता को मूल्यों का स्रोत बताते हुए कहा कि शांति, एकाग्रता, ईमानदारी, धैर्यता, सहनशीलता आदि सद्गुणमानव जाती का श्रृंगार है।
स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र की संचालिका बी के निरुपमा बहन जी ने भी अपना उद्बोधन देते हुए कहा की नैतिक शिक्षा से ही छात्र-छात्राओं में सशक्तिकरण आ सकता है। उन्होंने आगे बताया कि नैतिकता के बिना जीवन अंधकार में हैं। नैतिक मूल्यों की कमी के कारण अज्ञानता, सामाजिक, कुरीतियां व्यसन, नशा, व्यभिचार आदि के कारण समाज पतन की ओर जाता है |
माउंट आबू से आये हुए बी के सुन्दरलाल भाई जे ने बताया कि नैतिक शिक्षा से ही मानव के व्यवहार में निखार लाता है। उन्होंने कहा कि आपसी प्रेम से हम धनवान, गुणवान, चरित्रवान बन जीवन में सफल बन सकते है |
कार्यक्रम के अंत में बी के भगवान भाई जी ने मन की एकाग्रता बढाने हेतु राजयोग मेंडिटेशन भी कराया |
प्रिंसिपल जागेश्वर दीवान जी ने ब्रह्माकुमारी के इस कार्यक्रम के लिए अभार व्यक्त किया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रम हेतु निमन्त्रण भी दिया|
कार्यक्रम में प्रकाश साहू , बुवानेश्व्र पटेल , कविता चंद्रकार के साथ सभी शिक्षक स्टाफ उपस्थित था |
कुछ बच्चो ने आज के इस नैतिक शिक्षा के कार्यक्रम के लाभ भी सूनाये|