अमरूद के फायदे जान खुद को रोक नहीं पाएंगे…

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अमरूद भारत में मिलने वाला एक साधारण फल है। इसका प्राचीन संस्कृत नाम अमृत या अमृत फल है। यह लगभग अधिकांश घरों या ग्रामीण इलाकों में पेड़ मिल जाते हैं। कुछ पाश्चात्य विद्वानों का कहना हैं कि इसे अमेरिका से यहाँ पुर्तगीज लोगों द्वारा लाया गया है तथा साथ ही साथ यह भी कह सकते हैं कि अमरूद का पेड़ भारतवर्ष के कई स्थानों पर जंगलों में होता है। परंतु सच यह है कि जंगली आम, केला आदि के समान इसकी उपज अत्यन्त प्राचीन काल से हमारे यहाँ होती रही है तथा यह यहाँ का ही मूल फल है। अब इसको खाने से हमें लाभ क्या-क्या हैं वो बताएंगे…

उल्टी रोकने में असरदार
अगर आपको उल्टियां हो रही हैं तो अमरूद के उपयोग से आप उल्टियां रोक सकते हैं। इसके लिए अमरूद के पत्तों का काढ़ा 10 मि.ली. पिलाने से उल्टी बंद हो जाती है।

प्यास बुझाने में मदद करता है अमरूद
अमरूद के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर पानी में डाल दें। कुछ देर बाद पानी को पीने से मधुमेह या बहुमूत्रजन्य प्यास से लाभ होता है।

पेचिश में लाभकारी है अमरूद
बच्चे का पुराना पेचिश मिटाने के लिए अमरूद की 15 ग्राम जड़ को 150 मिली जल में पकाकर जब आधा जल शेष रह जाए तो 6-6 मि.ली. तक दिन में 2-3 बार पिलाना चाहिए। अमरूद की छाल व इसके कोमल पत्तों का काढ़ा बनाकर 20 मि.ली. मात्रा में पिलाने से हैजा की प्राम्भिक अवस्था में लाभ होता है।
अमरूद की छाल का काढ़ा अथवा छाल के 5-10 ग्राम चूर्ण का सेेवन करने से पेचिश, हैजा, दूषित भोजन की विषाक्तता, उल्टी तथा अनपच आदि ठीक होते हैं। अमरूद का मुरब्बा, पेचिश अतिसार में लाभदायक है। अमरूद के नये पत्तों को पीस कर स्वरस निकाल लें। इस स्वरस में चीनी मिलाकर प्रात: काल सेवन करने से सात दिनों में बदहजमी में लाभ होने लगता है।
कब्ज से छुटकारा पाने के लिए करें अमरूद का सेवन
प्रात: अमरूद को नाश्तें मेें काली मिर्च, काला नमक तथा अदरक के साथ खाने से बदहजमी, खट्टी डकारें, पेट फूलना तथा कब्ज का निवारण होकर भूख बढऩे लगेगी। दोपहर खाने के समय अमरूद को खाने से अंात के दर्द तथा अतिसार में लाभ होता है। अमरूद का मुरब्बा कब्जियत को दूर करने का अचूक उपाय है। अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो अमरूद का मुरब्बा आपके लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि अमरूद में लैक्सटिव का गुण पाया जाता हैं जो कि कब्ज को दूर करने में सहायता करता है।
पेट दर्द में लाभकारी
पेट दर्द यदि आपको एसिडिटी के कारण है और साथ ही पेट में जलन हो रही है तो अमरूद के पत्ते का काढ़ा आपके लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें क्षारीयता का गुण पाया जाता है जोकि एसिडिटी को शांत कर पेट को आराम देता है। अमरूद का फल कब्ज के कारण होने वाले पेट दर्द में कब्ज को दूर कर आराम देता है।

ठंडक के लिए अमरूद का सेवन
शरीर में ठंडक लाने के लिए अमरूद का सेवन एक अच्छा उपाय है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार अमरूद की तासीर ठंडी होती है। इसलिए इसका सेवन शरीर को ठंडक प्रदान करने वाला होता है।

हीमोग्लोबिन की कमी दूर करने मेें फायदेमंद
यदि आपको हीमोग्लोबिन की कमी है तो अमरूद का सेवन फायदेमंद हो सकता है क्योंकि अमरूद में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है।

बुखार से दिलाए आराम
अगर आप बुखार में तड़प रहे हैं तो अमरूद के कोमल पत्तों को पीस-छानकर पिलाने से बुखार के कष्ट से आराम मिलता है।

मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए
मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक विटामिन अमरूद में पाए जा सकते हैं। इसमें विटामिन बी3 और विटामिन बी6 होते हैं जो मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करते हैं और आपकी नसों को आराम देते हैं।

हार्मोन और थायराइड ग्लैंड में पफायदेमंद
अमरूद में कॉपर की मात्रा होती है हार्मोन के उत्पादन और अवशोषण के लिए ज़रूरी है। यह आपके थायराइड ग्लैंड को बेहतर ढंग से काम करने में मदद करता है।

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