जबलपुर : सशक्त युवा समाज के लिए किसी भी वरदान से कम नहीं है – ब्रह्मा कुमारी भावना दीदी जी

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व्यसन मुक्त चित्र प्रदर्शनी लगाकर एवं वृक्षारोपण कर दिया गया युवा सशक्तिकरण का सन्देश।

राष्ट्रीय युवा दिवस के अंतर्गत कार्यक्रम  का आयोजन 

जबलपुर म. प्र.: जैसा की हम जानते है इस वर्ष की वार्षिक थीम “युवा द्वारा एक स्थायी भविष्य के लिए: लचीलेपन और जिम्मेदारी के साथ राष्ट्र को आकार देना”यह रही। राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में शिव स्मृति भवन के सेवाकेंद्र मांगेला ग्राम में आयोजित चिकित्सा कैम्प मरीजों को निःशुल्क चिकित्सा परामर्श इलाज किया गया | तथा फल दार पौधों का वृक्षा रोपण किया गया |इस आयोजन में मांगेला ग्राम के सरपंच भ्राता श्री अर्जुन चराड,डॉ लखन वैश्य, बी के नीतू वैश्य, डॉ श्याम जी रावत, डॉ पुष्पा पांडे, डॉ निशा साहू, डॉ एस के पांडे, राज योगिनी बी के भावना बहिन, बी के भूमि, बी के गीता, बी के वर्षा, बी के रजनी, युवाओं में परेश वर्मन,  जितेंद्र ठाकुर, वीरेंद्र, नागेश, अथर्व वैश्य, संतोष, नरेश, राम प्रकाश, अमन श्रीवास्तव,पूजा शर्मा, आशीष काछी, राजेश, आलोक साहू, रवि पटेल, धीरेन्द्र पांडे एवं माताएं बहने उपस्थित रहे | 

ब्रह्मा कुमारी भावना दीदी जी ने कहा  की जिस प्रकार एक वृक्ष  प्रक्रति के लिए वरदान होता है इसी प्रकार सशक्त युवा समाज के लिए किसी भी वरदान से कम नहीं है | परन्तु आवश्कता है उनकी शक्तियों के आध्यात्मिकरण की जो की राजयोग के अभ्यास से बहुत सरलता से की जा सकती है | 

भ्राता डॉ श्याम जी रावत ने बताया कि युवा दिवस, जिसे राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी जाना जाता है, भारत में प्रतिवर्ष 12 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन का प्रतीक है, जो एक प्रसिद्ध दार्शनिक और संत थे, जिन्होंने पश्चिमी दुनिया को भारतीय दर्शन से परिचित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह दिन स्वामी विवेकानंद द्वारा भारतीय समाज में दिए गए योगदान को याद करने और देश के युवाओं को उनके पदचिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है। भारत सरकार ने 1984 में स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया और पहला उत्सव 1985 में मनाया गया।

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