बिजावर,मध्य प्रदेश। शिव भक्त शिव मंदिर में जाकर उन पर बेर, अक के फूल, भांग, धतूरा आदि चढ़ाते है, परमात्मा ने इनका अर्थ समझाया कि, मेरी इस दुनिया में कई बच्चे ऐसे जो आक के फूल के समान है, ना उनके पास गुणों की सुंदरता है, ना कर्मों की सुंदरता है फिर भी वह अक के फुल (मनुष्य आत्मा) मेरे ही बच्चे हैं। इसी का प्रतीक कि हम परमात्मा शिव पर अक का फूल चढ़ाते है, आपको सारी सिलेक्ट वाली चीज पसंद आती है और परमात्मा तो रिजेक्ट वाली चीजों को भी पसंद करता है। आप कहेंगे यह बच्चा अच्छा नहीं है, उसके पास संस्कारों की संस्कृति नहीं है,हम इसके पास उठना, बैठना पसंद नहीं करते हमारी सोच उसके लिए नेगेटिव होगी, लेकिन परमात्मा तो अपने अक जैसे फूल (मनुष्य आत्माओं) को भी अपना बच्चा कहता है, यही सच्चा परमात्म प्यार है।
उक्त उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बिजावर की क्षेत्र संचालिका द्वारा बरद्वाहा में आध्यात्मिक महाशिवरात्रि की उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी प्रीति बहन द्वारा व्यक्त किए गये।
इस शुभ अवसर पर विष्णु दत्त चतुर्वेदी (आर एस एस कार्यकर्ता), आनंद खरे पूर्व (पुलिसकर्मी), अभिषेक खरे (रोजगार सहायक) ,राजेश प्रसाद जी (प्रधान अध्यापक बरद्वाहा) श्रीमती सविता यादव अरविंद सिंह यादव (सरपंच), जानकी साहू (उप सरपंच) आदि उपस्थित रहे।
बीके अवधेश भाई वा प्रिंस भाई के द्वारा स्वागत डांस की प्रस्तुति दी गई। बीके रचना बहन वा बीके साधन बहन ने सभी अतिथियों का बैज और फूलमाला द्वारा सम्मान किया।
इस मौके पर विष्णु दत्त चतुर्वेदी (आर एस एस कार्यकर्ता) ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रेरणादाई रहेगा यदि हम इससे प्रेरणा लेकर के नशा मुक्ति की दिशा में काम करेंगे तो यह पवित्र कार्यक्रम निश्चय ही हम ग्राम वासियों के लिए फलीभूत होगा।
राजेश प्रसाद जी (प्रधानाध्यापक बरद्वाहा) ने कहा कि हमें अपनी आत्मज्योति से आज्ञा लेनी है और बुद्धि का प्रयोग करके किसी कार्य को अंजाम तक ले जाना, इसी को विवेक कहते हैं, जब बुद्धि के साथ परमात्म आवाज जुड़ जाती है उसी को सदविवेक कहा जाता है।
नाटक के माध्यम से सभी ग्राम वासियों को नशा मुक्ति का संदेश दिया गया वा श्रेष्ठ कर्मों की जागृति के लिए सुंदर नृत्य की प्रस्तुति की गई।
इसी श्रृंखला में शिव ध्वज फहराया गया वा सभी ने शिव ध्वज के नीचे शुभ संकल्पों को अपने जीवन में धारण करने की प्रतिज्ञा ली और सभी ने मिलकर शिवा परमात्मा की आरती की।
कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों को ईश्वरीय साहित्य, प्रसाद और सौगात दी गई। कार्यक्रम के अंत में सभी ग्राम वासियों को ईश्वरीय प्रसाद वितरण किया गया





