- शिव ध्वजारोहण कर लिया बुराइयों को छोड़ने का संकल्प
- शिव पर अक-धतूरा नहीं, अपनी बुराइयां अर्पण करें
केरेडारी,झारखण्ड: हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय,सेवाकेंद्र पर 89 वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती अर्थात महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से थाना प्रभारी विवेक कुमार , पुलिस अधिकारी रविन्द्र जी , पत्रकार संघ जेजेए केरेडारी के अध्यक्ष सुमंत कुमार साहा , पूर्व विधायक प्रतिनिधि सुरेश साव ने शिरकत कर मंच का शोभा बढ़ाया। कार्यक्रम की संचालिका बीके सरिता दीदी और आए मेहमानों ने कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्वलन के साथ हुई उसके बाद परमात्मा के जन्मदिन पर केक कटिंग कर शिव ध्वजारोहण की। इस मौके पर बीके सरिता बहन ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर हम शिवालयों में अक-धतूरा, भांग आदि अर्पित करते हैं। इसके पीछे आध्यात्मिक रहस्य यह है कि जीवन में जो कांटों के समान बुराइयां हैं, गलत आदतें हैं, गलत संस्कार हैं, कांटों के समान बोल, गलत सोच को आज के दिन शिव पर अर्पण कर मुक्त हो जाएं। हम दुनिया में देखते हैं कि दान की गई वस्तु वापस नहीं ली जाती है। इसी तरह परमात्मा पर आज के दिन अपने जीवन की कोई एक बुराई जो हमें आगे बढ़ने से रोक रही है, सफलता में बाधक है उसे शिव को सौंपकर मुक्त हो जाएं। अपने जीवन की समस्याएं, बोझ उन्हें सौंप दें। फिर आपकी जिम्मेदारी परमात्मा की हो जाएगी।
एक बच्चे का हाथ जब उसके पिता पकड़कर चलते हैं तो वह निश्चिंत रहता है। इसी तरह हम भी यदि खुद को परमात्मा को सौंपकर जीवन में चलते हैं तो सदा निश्चिंत रहते हैं। परमपिता शिव इस धरा पर अवतरित होकर हम सभी विश्व की मनुष्यात्माओं को सहज राजयोग की शिक्षा दे रहे हैं। परमात्मा आह्नान करते हैं मेरे बच्चों तुम मुझ पर अपनी बुराइयों अर्पण कर दो। अपने बुरे विचार, भावनाएं, गलत आदतें शिव पर अर्पण करना ही सच्ची शिवरात्रि मनाना है। अपने अंदर के अंधकार को मिटाकर जीवन में ज्ञान की ज्योत जगाएं। धर्म का आचरण ड्रेस पहनने से नहीं बन जाता है। उसे जीवन चरित्र में उतारना होगा। जिसे हम युगों-युगों से पुकार रहे थे, जिसकी तलाश में हमने वर्षों तक जप-तप और यज्ञ किए। आज वही भगवान इस धरा पर पुन: अवतरित हो चुके हैं। अपने पांच खोटे सिक्के अर्थात् काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार को प्रभु को अर्पण कर रोज ईश्वर के दर पर एक बार आना अर्थात् भगवान के घर में एक बार जरूर आना।
थाना प्रभारी विवेक कुमार ने बताया कि मुझे यहां आकर एक अलग चैन और सुकून का अहसास हुआ है।
पुलिस अधिकारी रविन्द्र जी ने संस्थान का आभार माना कि इतनी माता बहनें इस संगठन से जुड़कर इतने परिवारों को शराब और व्यसनों से मुक्त कर श्रेष्ठ बनाने का कार्य कर रही है।
सुमंत जी और सुरेश जी ने अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय भ्रमण के विचार साझा किए
इसके पश्चात स्वर्णिम युग दर्शन झांकी भी निकाली गई , जिसमें मुख्य आकर्षण का केंद्र विश्व ग्लोब पर बैठा सतयुग के प्रथम महाराजकुमार श्रीकृष्ण का था।
झांकी का अवलोकन करने पहुंचे बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री रोशनलाल चौधरी जी ने सरिता दीदी का आभार माना जो समाज को एक नई दिशा देने का कार्य कर रही है।
झांकी केरेडारी प्रखंड के ओमें , खपिया , केरेडारी चौक , कराली, केमो , घुटू , कुठान होते हुए सलगा पहुंची जहां उसका समापन किया गया। झांकी के साथ रोहन महतो के यहां भी परमात्मा शिव का ध्वजारोहण किया गया।इस पावन मौके पर बीके सरिता बहन और मेहमानों सहित बीके योगेंद्र भाई , बीके भीम भाई , बीके धनीनाथ भाई , बीके कार्तिक भाई , बीके सुभाष भाई ,बीके अशोक भाई , बीके रितु भाई , बीके रंजन ,बीके जागेश्वर , बीके रेणु माता , बीके सुषमा माता , बीके कुंती माता , बीके सुनीता माता , बीके प्रतिमा माता , बीके पूनम बहन , बीके यशोदा बहन , बीके अंजली बहन , बीके कुंती बहन सहित सैंकड़ों भाई बहनें उपस्थित रहें।


