ब्रह्माकुमारीज भाग्यविधाता भवन में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भव्य आयोजन*
बैतूल,मध्य प्रदेश।- महाशिवरात्रि पर्व को ब्रह्माकुमारीज़ 89 वीं त्रिमूर्ति शिवजयंती महोत्सव के रूप में मना रहा है। इस शुभ अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ स्थानीय सेवाकेंद्र ब्रह्माकुमारीज भाग्य विधाता भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें परमात्मा शिव के निराकार स्वरूप शिव ज्योतिर्लिंग की झांकी सजाई गई। कार्यक्रम में सारणी सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी सुनीता दीदी जी ने सभी को महाशिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य स्पष्ट करते हुए कहा की यह पवन पर्व परमात्मा शिव के अवतरण का यादगार पर्व है परमात्मा शिव अज्ञान अंधकार रूपी रात्रि में आकर मानव के जीवन में ज्ञान प्रकाश लाते है। इस पर्व पर व्रत, जागरण तथा शिवलिंग पर अक धतूरा अर्पण करने का महत्व है। व्रत- अपने जीवन से बुराइयों को छोड़ने का व्रत लेना है। जागरण – अज्ञान नींद से जागकर ज्ञान प्रकाश द्वारा श्रेष्ठ कर्मों की जागृति। धतूरा – अवगुण रूपी कांटे, विकार रूपी विष को परमात्मा पर समर्पित करना है। स्थानीय सेवाकेंद्र प्रभारी बीके मंजू दीदी जी ने सभी को शिवजयंती महोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि राजयोग परमात्मा शिव से संबंध जोड़ वरदान प्राप्त करने की सहज विधि है जिसे अपनाकर हम जीवन को दिव्य गुणों और शक्तियों से भरपूर बनाकर, समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते है। इस अवसर पर परमात्मा शिव के शिवलिंग रूप की झांकी सजाई गई तथा दीप प्रज्वलित कर एवं केक काटकर शिव जयंती का महोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम में बी के मंजू दीदी जी, बी के सुनीता दीदी जी, बी के हेमलता बहन, बी के नंदकिशोर भाई सहित शहर के 400 से भी अधिक लोग उपस्थित रहे। संस्थान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के सभी लोगों ने बहुत सराहना की।
नृत्य नाटिका द्वारा बताया शिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य
कार्यक्रम में बैतूल के विभिन्न क्षेत्रों से आए कलाकारों द्वारा नृत्य नाटिका का मंचन किया गया जिसमें परमात्मा शिव के अवतरण के यादगार महाशिवरात्रि पर्व का आध्यात्मिक रहस्य स्पष्ट किया गया। 20 मिनिट के इस नाटक को लोगो ने बड़े ही ध्यान से देखा और अंत में सभी ने इसकी सराहना की।





