एक व्यक्ति ने अपने पड़ोसी के बारे में अफवाह फैला दी कि वह चोर है। पड़ोसी को गिरफ्तार कर लिया गया, पर वह निर्दोष साबित हुआ। अब उसने उस व्यक्ति पर गलत आरोप लगाने का मुकदमा दायर किया। अदालत में व्यक्ति ने जज से कहा वे सिर्फ अफवाहें थी, उन्होंने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। जज ने कहा- युवक के बारे में तुमने जो भी बातें कहीं उन्हें उसे कागज पर लिख लो। फिर वह कागज को अनेक टुकड़ों में काट दो और घर जाते समय उन्हें बाहर फेंक दो। कल सजा सुनाई जाएगी। अगले दिन जज ने कहा- उन सभी टुकड़ों को बटोर लाओ, जिन्हें तुमने कल फेंक दिया था। आदमी ने कहा कि मैं ऐसा नहीं कर सकता। हवा ने उन्हें तितर-बितर कर दिया होगा और मुझे नहीं पता उन्हें कहां ढूँढू। जज ने कहा अफवाहें भी किसी व्यक्ति के सम्मान को इतना नष्ट कर सकती हैं कि कोई उसे ठीक नहीं कर सकता। आदमी को गलती का अहसास हुआ और सभी से माफी मांगी।