भोरा कलां : व्यापारियों एवं उद्यमियों के लिए तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारम्भ

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ओम शांति रिट्रीट सेंटर में व्यापार एवं उद्योग प्रभाग के सम्मेलन का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ करते हुए कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की संयुक्त सचिव अनीता शाह अकेला, मॉर्गन स्टेनली इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के अध्यक्ष विष्णु बंसल, आईएफएम ग्रुप के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक इकबाल सिंह, ओआरसी की निदेशिका राजयोगिनी आशा दीदी, राजयोगिनी उषा दीदी,  प्रभाग के राष्ट्रीय संयोजक बीके हरेश,  बीके अंजली, बीके सुरेंद्र एवं अन्य।

आध्यात्मिकता प्रकट करती है जीवन के प्रति एक उच्च दृष्टिकोण – अनीता शाह अकेला
धन कमाना बड़ी बात नहीं, लेकिन दुआएं कमाना है सबसे बड़ी बात – आशा दीदी
- व्यापारियों एवं उद्यमियों के लिए तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारम्भ
– ब्रह्माकुमारीज़ के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में हुआ आयोजन

भोरा कलां, गुरुग्राम,हरियाणा। ब्रह्माकुमारीज़ के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में संस्था के व्यापार एवं उद्योग प्रभाग द्वारा तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारम्भ हुआ। दादी प्रकाशमणी सभागार में व्यापार के लिए आध्यात्मिक समाधान विषय पर सम्मेलन की दीप प्रज्वलित कर शुरुआत की गई।

कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की संयुक्त सचिव अनीता शाह अकेला ने विशेष अतिथि अपना वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता का सम्बन्ध किसी धर्म से नहीं बल्कि जीवन के प्रति उच्च दृष्टिकोण से है। उन्होंने कहा कि एक अच्छा व्यवसाय वही है जिसमें आर्थिक उन्नति के साथ नैतिक मूल्यों का भी समावेश हो।

ओम शांति रिट्रीट सेंटर की निदेशिका राजयोगिनी आशा दीदी ने कहा कि धन कमाना बड़ी बात नहीं है लेकिन दुआएं कमाना बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि धन कमाने के पीछे विशेष लक्ष्य का होना आवश्यक है। सबसे बड़ा लक्ष्य सबको सुख देना है। समाज को सुख देने का कार्य एक व्यापारी ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य में निमित भाव जरूरी है। क्योंकि निमित्त भाव से ही व्यक्ति निर्मान और नम्र बनता है। इन सबके लिए आध्यात्मिकता सबसे महत्वपूर्ण है। जिस प्रकार शरीर के लिए भोजन जरूरी है। ठीक उसी प्रकार आत्मिक चेतना के लिए धर्म, श्रेष्ठ कर्म और आध्यात्मिकता का भोजन आवश्यक है।

मॉर्गन स्टेनली इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के अध्यक्ष विष्णु बंसल ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में आध्यात्मिक मूल्यों की सबसे अधिक जरूरत है। उन्होंने कहा कि धन कमाने के साथ-साथ श्रेष्ठ कर्मों पर ध्यान देना सबसे जरूरी है।

आईएफएम ग्रुप के अध्यक्ष एवं संस्थापक इकबाल सिंह ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ आध्यात्मिकता की प्रयोगशाला है। यहाँ पर हर व्यक्ति अपने प्रैक्टिकल जीवन से सबको एक दिव्य संदेश दे रहा है।

फरीदाबाद से राजयोगिनी उषा दीदी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि धन कमाना जरूरी है। लेकिन साथ-साथ जीवन को शांत एवं सुखमय बनाना उससे भी अधिक जरूरी है। धन का सदुपयोग हम तभी कर सकते हैं, जब आध्यात्मिक मूल्यों का समावेश हो।

बहादुरगढ़ सेवाकेंद्र प्रभारी बीके अंजली ने अपने स्वागत वक्तव्य में कहा कि संस्था प्रभाग के माध्यम से व्यापार एवं उद्योग क्षेत्र से जुड़े लोगों को आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाना चाहती है।

मुंबई से आए प्रभाग के राष्ट्रीय संयोजक बीके हरेश ने संस्था का परिचय देते हुए कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ एक अद्भुत विश्व विद्यालय है। जो सारे विश्व में शांति का संदेश दे रही है।

कार्यक्रम के अंत में बीके सुरेंद्र ने सबका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि धन कमाने से पहले उसकी पवित्रता जरूरी है।

कार्यक्रम का संचालन बीके ख्याति एवं बीके दिव्या ने किया। कार्यक्रम में व्यापार एवं उद्योग जगत से जुड़े 1000 से भी अधिक लोगों ने शिरकत की।

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