इंदौर-प्रिंकांको कालोनी,मध्य प्रदेश। गुड़ी पाड़वा का पर्व अर्थात नववर्ष बड़े ही उमंग उल्लास के साथ मनाया गया साथ ही नौ दिवसीय योग भट्ठी का शुभारंभ किया । इस अवसर पर बी के शैल दीदी ने कहा कि पौराणिक कथाओं के अनुसार, गुड़ी पड़वा के दिन ही ब्रह्मा द्वारा सृष्टि की रचना की गई थी। साथ ही यह पर्व वसंत ऋतु, नई उमंग और जीवन की शुरूआत का प्रतीक माना जाता है। यह त्योहार संगम व नई दुनिया का यादगार है क्योंकि स्वयं परमात्मा संगम पर ब्रह्मा के तन में आकर ब्रह्मा द्वारा नई सतयुगी सृष्टि का सृजन करता है जहां हर समय मौसम सदाबहार सुखदाई होगा। परमात्मा का बनने से हमारा जीवन सदा उमंग उल्लास से भरा रहता है । बी के दामिनी दीदी ने कहा कि नवरात्र में लोग व्रत जप तप त्याग करते हुए माता रानी की आराधना करते हैं तो हमें भी इस संगम पर अपने को त्याग-तपस्या से तन और मन को पवित्र और अपना जीवन देवी गुणों से सम्पन्न श्रेष्ठ बनाना चाहिए ।
