इंदौर,मध्य प्रदेश। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) इंदौर द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान (NMBA) के अंतर्गत संचालित प्रोजेक्ट स्पंदन के तहत एक विशेष ध्यान एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम NCB स्टाफ के लिए था, जिसमें ब्रह्माकुमारी संस्था के सहयोग से राजयोग ध्यान और आत्मिक सशक्तिकरण के माध्यम से नशा मुक्ति और मानसिक शांति पर बल दिया गया।
कार्यक्रम में NCB इंदौर के सहायक निदेशक आर. एस. विश्ट ने कहा, “हम अपने स्टाफ को नशे के विरुद्ध केवल कानूनी दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि आत्मिक दृष्टिकोण से भी सशक्त बनाना चाहते हैं। ब्रह्माकुमारी संस्था जिस तरीके से ध्यान और मूल्य आधारित शिक्षा देती है, उसका प्रभाव स्थायी और गहरा होता है।”
संगीता बहन जी ने ब्रह्माकुमारी संस्था का परिचय देते हुए इसकी विश्वव्यापी सेवाओं की जानकारी दी। इसके बाद ब्रह्माकुमार नारायण भाई ने बताया कि “राजयोग ध्यान न केवल मन को शांति देता है, बल्कि यह हमारे शरीर के हार्मोनों को संतुलित कर मानसिक स्वास्थ्य को सशक्त बनाता है। आज का सबसे आम नशा — मोबाइल — भी मानसिक अशांति का कारण है। इससे बचने के लिए संयम और ध्यान आवश्यक है।”
कार्यक्रम के अंत में सभी NCB कर्मियों ने नशा न करने और दूसरों को भी इससे दूर रखने की शपथ ली। साथ ही, यह स्वीकार किया कि राजयोग ध्यान के माध्यम से ही आंतरिक परिवर्तन संभव है, जो नशा मुक्ति के लिए एक स्थायी समाधान बन सकता है।
‘प्रोजेक्ट स्पंदन’ के तहत यह पहल NCB कर्मियों के मानसिक और भावनात्मक सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय कदम मानी जा रही है।








