रीवा,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय रीवा द्वारा 31 मई अंतर्राष्ट्रीय तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में एक नशा मुक्ति रैली निकाली गई। इस रैली में बड़ी संख्या में मातृ शक्तियों ने भाग लिया। और समाजसेवियों ने भी अपना काफी उमंग उल्लास इस सेवा के लिए दिखाया। सभी ने नशा मुक्त भारत के लिए नारे लगाए। एडिशनल एसपी श्रीमती आरती सिंह, रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष डॉक्टर प्रभाकर चतुर्वेदी, बीके निर्मला दीदी ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया।
नशा मुक्त रीवा अभियान रैली में मुख्य अतिथि एडिशनल एसपी श्रीमती आरती सिंह के विचारों ने समाज में नशे के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद की। उन्होंने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति कभी भी सुखी नहीं रह सकता है। और इससे शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक नुकसान होता है।
इस प्रकार के विचारों ने नशा मुक्ति के महत्व को उजागर किया और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष प्रभाकर चतुर्वेदी ने नशे का प्रभाव समाज के लिए सबसे घातक बताया।। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सुनीता पांडे प्रिंसिपल टीकर पूरी रैली की कमान संभाली। और नशे की बुरी लत से बचने के लिए बहुत सुंदर-सुंदर टिप्स और समय प्रति समय नारे लगाते रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्रह्माकुमारी क्षेत्रीय संचालिका राजयोगिनी निर्मला दीदी ने हर एक के विचारों को महत्व देते हुए यही कहा कि राजयोग (आध्यात्मिक शक्ति ) एक ऐसी विधि है जो जीवन में नशे ही नहीं अनेक प्रकार के विकारों से भी मुक्ति दिलाता है। यह रैली एक पहल है लोगों को जागरूक करने के लिए।
समाजसेवी शाहिद परवेज लक्ष्मणपुर प्रिंसिपल नशा नाश की जड़ है, अतः समाज से इसको खत्म करना बहुत-बहुत जरूरी है।
इस कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध गायक नीलेश श्रीवास्तव जी, बीके नम्रता जी इंदिरा नगर क्षेत्र प्रभारी, समाजसेवी भाई एवं बहन उपस्थित रहे।
*रैली के उद्देश्य*
1. *नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता*: रैली का उद्देश्य लोगों को नशे के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करना था।
2. *नशा मुक्त भारत के लिए समर्थन*: रैली में भाग लेने वालों ने नशा मुक्त भारत के लिए समर्थन व्यक्त किया और इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया।
3. *समाज में सकारात्मक परिवर्तन*: रैली का उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और लोगों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना था।
*रैली का प्रभाव*
1. *जागरूकता में वृद्धि*: रैली ने लोगों को नशे के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करने में मदद की।
2. *नशा मुक्ति के प्रति समर्थन*: रैली ने नशा मुक्ति के प्रति समर्थन बढ़ाने में मदद की और लोगों को इस उद्देश्य के लिए एकजुट किया।
3. *समाज में सकारात्मक परिवर्तन*: रैली ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद की और लोगों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।










