अलीराजपुर, मध्य प्रदेश। नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत संपूर्ण अलीराजपुर शहर में अभियान चलाया जा रहा है। शासकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय बहारपुरा में ब्रह्मा कुमार लाल सिंह भाई ने बताया कि आज छात्र-छात्राओं में युवाओं में नशे की लत बढ़ती जा रही है जिसके कारण एकाग्रता की शक्ति खत्म होती जा रही है। आज का विद्यार्थी केवल रटकर परीक्षा पास कर लेता है लेकिन जीवन की आने वाली छोटी-छोटी परीक्षाओं में नीरू उत्साहित होकर आत्महत्या का प्रयास कर लेता है। इसका कारण है आंतरिक नशे की कमी। इंदौर से पधारे जीवन जीने की कला की विशेषज्ञ ब्रह्मा कुमार नारायण भाई ने बताया कि जब आंतरिक मनोबल कमजोर होने लगता है तो आज का युवा बाहरी नशे शराब तंबाकू गुटका इनका सेवन कर अपने तनाव को कम करने की कोशिश करता है। यह सभी नशे हमारी शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य पर खराब प्रभाव डालते हैं ।मस्तिष्क हमारा कमजोर होता जाता है। मेमोरी पावर खत्म होने लगती है। असमय बुड्ढे होने लगते हैं। इन सभी नशे से बचने के लिए मेडिटेशन एक शक्तिशाली विधि व औषधि है। ब्रह्माकुमार ओम शांति हल सिंह ने नशे के ऊपर विस्तार से बताते हुए कहा की छात्र-छात्राओं के नशे की और बढ़ाने में माता-पिता, शिक्षक सामाजिक कार्यकर्ता व शिक्षक जिम्मेदार होता है ।अगर आज के युवाओं को पहले से ही अगर सही रास्ता बताया जाए और नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया जाए तो आज की युवा शक्ति नशे की तरफ जाने से बच सकती है। कार्यक्रम के अंत में ब्रह्माकुमारी सानिया बहन ने सभी को नशे से दूर रहने व औरों को भी इस नशे के दुष्प्रभाव से बचने की प्रतिज्ञा कराई। विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक अखिलेश सिंह पवार ने आभार प्रदर्शन करते हुए बताया की नशा कोई भी हमारे शारीरिक व मानसिक रोगों को आमंत्रित करता है। हमें कोई भी नशा जो हमें नुकसान पहुंचाता है उसे दूर रहना चाहिए। नशे का दुष्परिणाम जीवन में लंबे काल तक पड़ता है अतः हमें मेडिटेशन को अपने जीवन में अपना कर नशे से दूर रहने का दृढ़ प्रतिज्ञा करनी चाहिए। कार्यक्रम में विद्यालय के सुश्री सुकून मूर्तिकार भी उपस्थित थी।






