मिर्जापुर,उत्तर प्रदेश : प्रभु उपहार भवन, शुक्लाहा, मिर्जापुर में आयोजित दो दिवसीय विशाल रक्तदान महाशिविर का दिव्य एवं प्रेरणादायक समापन हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रह्माकुमारीज सेवा केंद्र प्रभारी बीके बिंदु दीदी जी ने सभी अतिथियों का बैज, तिलक एवं चुनरी से स्वागत कर एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया।
शिविर के प्रथम दिन मुख्य अतिथि के रूप में मड़िहान विधायक एवं पूर्व राज्य मंत्री श्री रमाशंकर पटेल जी, मझवां विधायिका श्रीमती सूचीस्मिता मौर्या जी, नगर विधायक श्री रत्नाकर मिश्रा जी, डीआईजी एवं वरिष्ठ आईपीएस श्री विकास कुमार वैद्य जी, दुद्धी ब्लड बैंक प्रभारी श्री वरुणा निधि जी, डॉ. एच. पी. सिंह एवं उत्तर प्रदेश वैश्य सम्मेलन के प्रदेश मंत्री श्री रवि शंकर साहू जी उपस्थित रहे।
समापन दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग आयोग (दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री) श्री सोहनलाल श्रीमाली जी, जॉइंट कमिश्नर उद्योग श्री वीरेंद्र कुमार जी (जिन्होंने स्वयं भी रक्तदान किया), वरिष्ठ समाजसेवी श्री मनोज श्रीवास्तव जी, प्रिंसिपल श्रीमती स्नेहलता जी, सेवा केंद्र प्रमुख बीके बिंदु दीदी जी एवं होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल वाराणसी रक्त केंद्र प्रभारी डॉ. अक्षय बत्रा जी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
दो दिनों में मिर्जापुर में अभूतपूर्व उत्साह के साथ कुल 155 यूनिट रक्तदान हुआ, जो कि एक नया रिकॉर्ड है। केवल पहले दिन ही 90 यूनिट रक्तदान (बीएचयू परिसर में 45 व प्रभु उपहार भवन में 45 यूनिट) हुआ।
विशेष रूप से महिलाओं का उमंग और उत्साह सराहनीय रहा। अनेक लोगों ने पहली बार रक्तदान कर संकल्प लिया कि आगे भी निरंतर रक्तदान करते रहेंगे।
इस पुण्य कार्य में विंध्य फाउंडेशन, रॉबिन हुड आर्मी, श्री साईं परिवार सेवा संगठन, लिनस क्लब आर्या, इनरव्हील क्लब जैसी संस्थाओं ने सक्रिय सहयोग किया। होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल, वाराणसी की टीम ने सभी रक्तदाताओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर रक्त संग्रह किया।
शिविर में सभी रक्तदाताओं को ब्रह्माकुमारीज द्वारा प्रमाण पत्र, मंडलीय जिला चिकित्सालय द्वारा डोनर कार्ड प्रदान किए गए तथा फ्रूट जूस और नाश्ता भी उपलब्ध कराया गया।
यह आयोजन ब्रह्माकुमारीज की वरिष्ठ राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी की 18वीं पुण्य स्मृति को समर्पित रहा। इसी कड़ी में पूरे भारतवर्ष एवं नेपाल में 22 से 25 अगस्त 2025 तक रक्तदान शिविर आयोजित हो रहे हैं। इस अभियान का लक्ष्य है – 1,00,000 यूनिट से अधिक रक्तदान कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराना। अब तक देशभर में मात्र दो दिनों (22 और 23 अगस्त) में 50,000 यूनिट रक्तदान हो चुका है।
इस अवसर पर सेवा केंद्र प्रभारी बीके बिंदु दीदी जी ने कहा :
“रक्तदान एक महान पुण्य कार्य है। यह निःस्वार्थ सेवा मानवता की सच्ची उपासना है। हर व्यक्ति को समय-समय पर रक्तदान कर दूसरों के जीवन को बचाने का सौभाग्य प्राप्त करना चाहिए।”
इस प्रकार यह दो दिवसीय रक्तदान महाशिविर दिव्य वातावरण, उमंग-उत्साह और सेवा भाव के साथ संपन्न हुआ और मानवता के इतिहास में एक नई प्रेरणा बनकर उभरा।













