अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस के उपलक्ष्य पर बाघडेगा उच्च प्राइमरी विद्यालय में वृक्षारोपण और नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम संपन्न हुआ

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बिसरा,ओडिशा: अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस के उपलक्ष्य पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के बिसरा सेवा केंद्र द्वारा बाघडेगा उच्च प्राइमरी विद्यालय में वृक्षारोपण और नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसमें प्रधानाचार्य श्री लालदेव बैइठा जी द्वारा विद्यालय के 1 से 8 वीं कक्षा के 85 विद्यार्थियों की उपस्थिति में नशीले पदार्थों और मोबाइल गेम्स का बच्चों के भविष्य और वर्तमान में होने वाले भयावह प्रभाव तथा वृक्षों का महत्व बताते हुए विद्यालय परिसर में फलदार एवं औषधीय वृक्ष लगाकर देखभाल करने की प्रतिज्ञा भी दिलवाई गई। इस कार्यक्रम के दौरान बच्चों को ओजोन परत का विवरण देते हुए यह बताया  कि ओजोन मुख्य रूप से पृथ्वी के वायुमंडल के निचले हिस्से में पाई जाती है। इसमें सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी विकिरणों के लगभग 97-99% को अवशोषित करने की क्षमता है जो पृथ्वी पर जीवन को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यदि ओजोन परत की अनुपस्थित होती, तो लाखों लोगों को त्वचा रोग हो जाते और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती। हालांकि, वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका के ऊपर ओजोन परत में एक छेद की खोज की है। इसने विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों और उन्हें नियंत्रित करने के कदमों पर उनकी चिंता को केंद्रित किया है। ओजोन छिद्र के मुख्य कारण क्लोरोफ्लोरोकार्बन, कार्बन टेट्राक्लोराइड, मिथाइल ब्रोमाइड और हाइड्रोक्लोरोफ्लोरोकार्बन हैं। अतः ओजोन की पूर्ति का एकमात्र स्रोत तुलसी का पौधा है जिसे ज्यादा से ज्यादा लगाना चाहिए इसी कारण से हिन्दू मान्यता में तुलसी को पूजा जाता है। उपरोक्त कार्यक्रमों का एकमात्र उद्देश्य हमारी युवा पीढ़ी को इन नशीले पदार्थों एवं मोबाइल के नकारात्मक प्रभाव से अपनी सम्भाल कराते हुए पर्यावरण सुरक्षा की सहभागिता की स्मृति दिलाकर उन्हें सहयोगी बनाना था। इस दौरान बी. के. राजीव भाई ने बच्चों में राजयोग तथा स्वप्रेरणा की अलख जगा कर, आध्यात्मिक सूत्रों का सहज महत्व बताते हुए विद्यार्थियों के जीवन में इसकी उपयोगिता का एहसास दिलाकर जीवन में निरंतर अपनाने के लिए तैयार किया। अंत में सभी शिक्षकों एवं प्रधानाचार्य ने ब्रह्माकुमारीज द्वारा चलाये जा रहे अभियान की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए आगे भी जारी रखने की इच्छा जताई एवं विद्यालय परिसर में सभी छात्रों ने 4 वृक्ष (कैन्थो, आंवला, अनार और जामुन) भी लगाए। 

ब्रह्माकुमारीज़ की तरफ से इस प्रोग्राम का सफल आयोजन : बी. के. राजीव और बी. के. चित्तरंजन द्वारा किया गया।

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