बीरगंज (नेपाल): जिला कारागृह में कैदियों को पढ़ाया कर्मो की गुह्य गति का पाठ
• माउंट आबू से आये हुए भगवान् भाई ने कहा कि हमारे मन में पैदा होने वाले विचार कर्म से पहले आते हैं। यह हमारे विचार ही तो हैं कि किसी के लिए प्यार की भावना होती है, किसी के लिए नफरत की भावना होती है। यदि आप किसी व्यक्ति से अच्छा व्यवहार चाहते हैं और उसे बदलना चाहते हैं, तो उसे दुआएं दो उसके प्रति अच्छा सोचें, तो वह भी आपको दुआ देगा। यदि आपके अन्दर किसी के प्रति नफरत है और आप उसके प्रति बुरा चाहते हैं तो वह आदमी भी आपके बारे में बुरा सोचेगा तथा आपसे नफरत करेगा। जो दूसरों को दुख देता है उसे कभी सुख नही मिलता तथा जो दुसरों को सुख देता है उसे सदैव सुख मिलता है। उन्होंने बन्दियों को बताया कि बीती बात को भुला देना चाहिए तथा आगे की सोचनी चाहिए कि हे परमात्मा मेरे से कोई बुरा कार्य न हो। गलती करने वाले से माफ करने वाला बडा होता है। बदला लेने वाला दूसरों को दुख देने से पहले अपने आप को दुख देता है। सभी इंसान ईश्वर की संतान है तथा सभी एक महान आत्मा है, सभी संसार में अपना-अपना कर्तव्य करने के लिए आते हैं। अत: प्रत्येक व्यक्ति को यही सोचना चाहिए कि मुझे अच्छे कर्म करने के लिए संसार में जन्म लिया है, न कि बुरे कर्म करने के लिए। अत: हमें सदैव अच्छे कर्म करने चाहिए। उन्होंने ने बताया कि मनुष्य ने विषय वासनाओं की चादर ओढ़ी हुई है जो भगवान से वेमुख कर देती है।
• जेलर –मदन घिमरे जी ने अपने सम्बोधन में बन्दियों को बताया कि आप जैसा सोचोगे वैसा ही बन जाओगे।
• सुरक्षा प्रमुख शिवराज मोहोतो जी ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा की हमें सदैव अच्छा सोचना चाहिए तथा बुरी आदत को छोड़ देना चाहिए।
• स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र कि बी के सविता बहन ने कहा की बताई बातों को अपने जीवन में प्रयोग करोगे तो अवश्य ही आप बुरी आदतों को छोड दोगे तथा अपने आप अच्छा सोचने लगेंगे और जेल से छुटने के बाद अच्छे नागरिक की तरह जीवन यापन करेंगे।
• बी के गोवर्धन भाई सीनियर भाई जी ने कहा की आप का परिवार आप के कारण परेशान होता है आप अपने बुरे संस्कारो को परिवर्तन कर यहा से जाना ऐसे स्थान पर दुबारा न आने का संकल्प लेना
• अंत में भगवान भाई ने सभी को कमेंट्री कर मेडिटेशन कराया
• जेलर –मदन घिमरे
• सुरक्षा प्रमुख शिवराज मोहोतो
• सहायक सुरक्षा प्रमुख-हरेन्द्र यादव
• बी के ग्यानु बहन प्रभारी ब्रह्माकुमारी राजयोग सेवाकेंद्र रक्सोल
• बी के गोवर्धन भाई सीनियर भाई
• बी के छोटेलाल भाई
• कार्यक्रम के अंत में मेडिटेशन भी कराया गया
• सहित्य भी बाटे गए सभी को प्रसाद भी दिया गया