अम्बिकापुर : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय नव विश्व भवन चोपड़ापारा में रंगोत्सव होली का पावन पर्व बहुत हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया

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अम्बिकापुर,छत्तीसगढ़। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय नव विश्व भवन चोपड़ापारा अम्बिकापुर में रंगोत्सव होली का पावन पर्व बहुत हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया।
इस मौके पर सरगुजा संभाग की सेवाकेन्द्र संचालिका बी. के. विद्या दीदी होली का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुये कहा कि होलिका दहन का मतलब अपने अन्दर की बुराईयों को जलाकर, अपने अन्दर की दिव्य शक्तियों और अच्छाई को जागृत कर जीवन में अपनायें एवं इसके साथ ही साथ होली के अर्थ को बहुत सुन्दर तरीके से समझाते हुये कहा कि 1 होली अर्थात् मन, वचन, कर्म में सम्पूर्ण पवित्रता को अपनाना। 2 होली अर्थात् हम भगवान के हो लिये। जब हम परमात्मा पिता के बन जाते हैं, तो हमारा सम्पूर्ण जीवन सुखमय, शांतिमय बन जाता हैं। और तीसरे होली का अर्थ हो ली अर्थात् पुरानी, बीती बातों को भूल जाना अर्थात् ईर्ष्या, द्वेष, नफरत को भूल आपसी प्रेम, सौहार्द्ध को अपना कर, जीवन का  सच्चा आनन्द लें। इन बातों को जीवन में धारण कर लेंगे तो सम्पूर्ण विश्व में आत्मियता और भाईचारे की भावना आ जायेगी।
जनरल प्रैक्टिक्शनल डॉ श्रीमती बहन पुष्पा सोनी जी ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना करते हुये कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था में एक ऐसा चुम्बकीय आकर्षण है जहाँ अनेकों के जीवन को संवरते, सुधरते और आनन्द की अनुभूति करते हुये मैंने देखा है। और उन्होंने बताया कि यहाँ आने से पॉजिटीव बातों को सुनने से, पुरानी बातों को भुलने और खराब आदतों को छोड़ने की शक्ति आ जाती हैं।  
विवेकानन्द स्कूल के डायरेक्टर स्वामी तन्मयानन्द जी ने कहा कि हिन्दू धर्म में जो भी त्यौहार मनाये जाते है वो बुराई के प्रति अच्छाई पर विजय का प्रतीक है। और उन्होंने चलो पाँव पडू तोरे, श्याम बृज में लौट चलो भजन गाकर सभा को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सम्प्रेक्षण गृह पूर्व अधीक्षिका बहन वन्दना दत्ता जी होली उत्सव पर जिन्दगी के प्यार को बाँट ले प्रेरणादायी गीत गाकर लोगों को संदेश देते हुये कहा कि इस शुभ दिन पर यदि हम सब मिलकर हर किसी के जिन्दगी से प्यार को बाँट ले, तो निश्चित रूप से समाज को एक नई दिशा की ओर ले जा सकते है।
समाजसेवी शिल्पा पाण्डे जी इस शुभ अवसर पर तुम्हीं हो माता- पिता गीत के माध्यम से कहा कि ब्रह्माकुमारी परिवार मानवता जागृति कल्याण के लिये सभी लोगों को एक धागे में पिरोने का महान कार्य कर रही है।  
इस शुभ अवसर पर सरगुजा संभाग की सेवाकेन्द्र संचालिका बी.के. विद्या दीदी द्वारा रंगों के रंग- बिरंगे पर्व की पिचकारी से गुलाबबासी करते हुये सभी भाई- बहनों को ईश्वरीय याद में गुलाल का तिलक लगाया। तथा सभी भाई- बहनें इस शुभ अवसर पर एक बुराई को छोड़ने और अच्छाई को जीवन में धारण करने के लिये प्रेरित हुये।
तत्पश्चात् होली मिलन सांस्कृतिक संध्या में नन्हें- मुन्ने बच्चों से लेकर बडे़- बड़े लोगों ने रंगोत्सव त्यौहार में खूब उमंग- उत्साह से भाग ले गीत- संगीत, नृत्य, प्रेरणादायी नाटक का रंगारंग प्रस्तुति दे सभी का खूब मनोरंजन किया।  
कु. सा़क्षी और अनसुमन ने माता – पिता के प्रति सम्मान का भाव बच्चों के अन्दर जागृत हो  नाटक के माध्यम से प्रस्तुत कर लोगों को भाव विभोर कर दिया। शालिनी, अदिति, मणिकनिका, शगुन, इत्यादि बच्चों ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तृति दी, बी.के. प्रतिमा बहन, चंचल बहन, सत्यनारायण भाई इत्यादि भाई- बहनों ने भावपूर्ण गीत गाकर लोगों केे मन को मोह लिया।
बच्चों द्वारा दिये गये उत्साहवर्द्धक प्रस्तुति को सम्मानीय अथितियों के द्वारा खूब सराहा गया।
 कार्यक्रम में शहर के गणमान्य  लोगों सहित ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़े लगभग 500 भाई- बहनें उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सफल संचालन बी.के. अन्नू बहन और बहन सुनीता दास जी ने किया।

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