नाशिक के करीब 100 साल पुराने वसंत व्याख्यान माला में दिल्ली के ब्रह्माकुमारी हुसैन दीदीजी का व्याख्यान

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नासिक,महाराष्ट्र : अपने जीवन में होने वाली अच्छी बातों को याद करके ऐसी सकारात्मक बातों को उजागर करना चाहिए। जीवन में बहुत सारी अच्छी चीजें हैं जो आपको खुश करती हैं, लेकिन जब आप दुखी होते हैं तो आप खुशी की  चीजों को भूल जाते हैं, इसलिए जब आप एक-दूसरे से मिलते हैं, तो आपको हमेशा अच्छी, सकारात्मक और उल्हासित करने वाली  चीजों का आदान-प्रदान करना चाहिए, जो आपके जीवन में हमेशा खुशियां लाएं। ऐसा प्रतिपादन ब्रह्माकुमारी हुसैन ने किया | देव मामलदार यशवंत महाराज मैदान पर  वसंत व्याख्यानमाला  की 99 साल की समृद्ध परंपरा है और यह शताब्दी वर्ष की ओर बढ़ रहा है। इस श्रृंखला में ब्रह्माकुमारी संस्था के अनेक साधकों ने भी यहाँ आकर अपने कथन दिए हैं। 15 मई को दिल्ली की ब्रह्माकुमारी हुसैन दीदी ने “आध्यात्मिकता के माध्यम से तनाव मुक्त जीवन” पर व्याख्यान दिया।
वसंत व्याख्यानमाला  के अध्यक्ष श्रीकांत बेनी द्वारा परिकल्पित आज के व्याख्यान में सचिव डॉ. संगीता बाफना ने अतिथियों का स्वागत किया | नाशिक उपक्षेत्रीय प्रभारी  राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वासंती दीदीजी , मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे ।स्वर्गीय खैरनार गुरुजी के  स्मृती को  विनम्र अभिवादन करके  मान्यवरो ने उनके प्रतिमा को माला अर्पण कि| वसंत व्याख्यानमाला के इस दिन के  प्रायोजक श्री वसंत खैरनार तथा  सौ मंगला खैरनार आपके  कन्या विद्या लोंढे के साथ कार्यक्रम मे सम्मिलित थे|            

हुसैन दीदी ने अपने संक्षिप्त विद्वतापूर्ण वक्तव्य में आगे कहा कि बेहतर पाचन के लिए  जैसे सुबह  सुबह खाली पेट कोई भी माजुम  या खाद्य पदार्थ ग्रहण किया जाता है वैसे हमें अपने मन को सकारात्मक विचारों के खाद्य सुबह सुबह देना अनिवार्य है |  दीदी हुसैन दीदी ने अपील की कि ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा दिया हुवा  राजयोग ध्यान आपके दिमाग को सही दिशा देता है और यह राजयोग अवश्य करना चाहिए।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी पुष्पा दीदी ब्रह्माकुमारी वीणा दीदी नगरसेविका  सुवर्णा ताई मटाले, नगर सेविका  वत्सला ताई खैरे तथा समाज के गणमान्य पांडे मिठाई की संचालिका  कल्पना पांडे को सम्मानित किया गया| 
कार्यक्रम की शुरुआत ब्रह्माकुमार ओंकार के भक्तिमयी गीत से हुई। कार्यक्रम में  गोदावरी का तीर सुनने वालों से लबालब भर गया था इतनी बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे|  कार्यक्रम का मंच संचालन वसंत व्याख्यानमाला के सदस्य हीरालाल परदेशी ने किया |

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