झोझूकलां (हरियाणा): योग वो पवित्र शक्ति है जो सारी मानसिक अशुद्धियों को जला भस्म कर सकारात्मक ऊर्जा के साथ रचनात्मक कार्य करने की प्रेरणा देता है यह उद्गार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम “मानवता”एवं भारत का प्राचीन राजयोग विषय पर ग्रामीण पुस्तकालय तिवाला में हरियाणा योग आयोग एवं ब्रह्माकुमारीज झोझूकलां के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी में कादमा-झोझूकलां क्षेत्रीय प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा राजयोग आपके अंदर की दिव्यता को विकसित करने और निखारने का सुंदर तरीका है। बस हम अपने को आत्मा समझ परमपिता परमात्मा से जुड़कर अपनी आंतरिक शक्तियों का विकास करें तो हमें अंदर से खुशी और शांति की अनुभूति होने लगेगी यही योग है। ब्रह्माकुमारी वसुधा ने कहा कि योग मन के जख्मों को ठीक करने का मरहम है। योग हमें अंदर के अहम की आवाज से दूर कर परमात्मा आवाज सुनने में मदद करता है। संगोष्ठी में अध्यक्षता सरपंच अनिल कुमार ने करते हुए कहा की वर्तमान समय की आवश्यकता योग है जिससे हम संयमित जीवन जीने की कला सीख सकते हैं। जिला योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं आयुष योग शिक्षक बिशन सिंह आर्य ने कहा की स्वच्छ तन व शुद्ध मन रखने का संसाधन है योग । योग से हम अपनी शारीरिक व्याधियों को तो समाप्त करते ही हैं लेकिन साथ साथ मन में भी सकारात्मक ऊर्जा को भरते हैं जिससे ही स्वच्छ व स्वस्थ समाज का निर्माण हो सकता है। इस अवसर पर हरियाणा योग आयोग एवं भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के जिला प्रभारी विकास राणा ने कहा कि शारीरिक व मानसिक विकास करता है योग जिससे हमारे शरीर की काया निरोगी होती है और मन के विचार शुद्ध होते हैं।जिला योगासन एवं स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सचिव सुरेंद्र आर्य ने कहा कि वर्तमान समय की आवश्यकता शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त होने की है उसके लिए केवल एक मात्र साधन है योग। इस अवसर पर लंबे समय से योग से जुड़े हुए दिनेश शास्त्री जी ने कहा कि योग को घर-घर तक पहुंचाना चाहिए क्योंकि आज हमारे नौजवान रास्ता भटक रहे हैं उनको सही दिशा देने का कार्य योग के द्वारा ही संभव है। पुस्तकालय संयोजक एवं भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के झोझूकलां खंड प्रभारी मा. सुनील कुमार ने आज के युवाओं की चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज युवा जवान होते ही बुढ़ापे की तरफ बढ़ रहा है जिसका कारण बचपन से ही अनेक प्रकार के बीड़ी, सिगरेट, शराब आदि व्यसनों के साथ साथ अनावश्यक और व्यर्थ बातों में लिप्त होना। इनसे से छुटकारा हम मेडिटेशन के द्वारा पा सकते हैं क्योंकि मेडिटेशन हमें आंतरिक रूप से सशक्त बनाता है। इस अवसर पर किसान क्लब तिवाला अध्यक्ष सतपाल एवं अशोक सांगवान ने सभी का आभार व्यक्त किया और कहा कि हम भविष्य में नियमित रूप से यहां योग की कक्षा लगा युवाओं को सकारात्मक दिशा तथा बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने का कार्य करेंगे। ् कार्यक्रम के अंत में किसान क्लब सदस्यों द्वारा वक्ता गणों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मेजर अशोक लांबा, नवदीप सांगवान, मनोज कुमार, जगपाल, सरजीत, नित्यानंद, राजवीर आदि प्रबुद्ध जन उपस्थित थे।