छतरपुर: ब्रह्माकुमारीज द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम

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भारत का प्राचीन योग मशहूर है जो शरीर को अनेक व्याधियों से बचाता है शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योगा और मानसिक स्वास्थ्य के लिए राजयोग का अभ्यास जरूरी है
छतरपुर,मध्य प्रदेश।
विश्व में हर क्षेत्र में नव क्रांति कि अलख जगाने का कार्य भारत ने सदैव ही किया है और कर रहा है, चाहे वह विश्व शांति की बात हो, चिकित्सा, शिक्षा, प्रकृति संरक्षण या खेल जगत हर क्षेत्र में भारत अग्रणी रहा है और सभी को दिशा दिखाने का कार्य करता रहा है। इन सब कार्यों से अलग शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भारत सदा से ही योग से जुड़ा रहा है भारत का प्राचीन योग मशहूर है जो शरीर को अनेक व्याधियों से बचाता है और इस योग को सीखने के लिए आज देश-विदेश की निगाहें भारत की ओर टिकी हुई है इसी प्राचीन योग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने नई पहल की कि संपूर्ण विश्व में एक दिन योग दिवस के रूप में मनाया जाए और इसे संयुक्त राष्ट्र संघ सहित सभी सदस्य देशों ने स्वीकार किया कि सभी मिलकर योग करें। जिसका उद्देश्य है  सभी इसके महत्व को समझ सके और इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें।
यह बात हुई शारीरिक योग की जो शरीर को स्वस्थ और स्फूर्तिवान बना देता है। वहीं दूसरी ओर श्रीमद भगवद गीता में वर्णित राजयोग है जो हमारे मन को स्वस्थ बनाता है और हमें सिखाता है कि पद्मासन करने के साथ-साथ पदम माना कमल समान जीवन बनाने का प्रयास हम करें। अपने अंदर की नकारात्मक ऊर्जा,व्यर्थ चिंतन को छोड़कर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की प्रेरणा हमें राजयोग देता है।
उक्त उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय किशोर सागर द्वारा सागर रोड पर बगौता स्थित रॉयल गार्डन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा द्वारा व्यक्त किए गए।
इस कार्यक्रम में योगा केंद्रीय विद्यालय स्पोर्ट शिक्षक बलराम सोनी, शिक्षक एवं हर्बल लाइफ कोच विजय सिंह गौतम, व्यापारी रमेश गंधी, जानकी भाई के मार्गदर्शन में किया गया।
इस योग आयोजन में ब्रह्माकुमारीज के सभी भाई बहनों एवं अन्य लोगों ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम में लगभग 280 लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

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