– आज़ादी की अमृत महोत्सव वर्ष मीडिया स्नेह मिलन कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ –
“अध्यात्मिकता के आधार से ही पत्रकारों को सच्ची स्वतंत्रता प्राप्त हो सकता है”- राज्योगिनी बी के सुनीता
“राजयोग से मीडिया कर्मियों के जीवन स्वस्थ, सुखी व संपन्न बन सकता है”- श्री दीपक चंद्र
“सकारात्मक सोच व परमात्म योग से ही व्यक्ति योग्य पत्रकार बन सकता है”- राजयोगी बी के सुशांत
गया,बिहार: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के स्थानीय ए पी कॉलोनी राजयोग केंद्र द्वारा देश की आज़ादी का अमृत महोत्सव की समापन समारोह, एक मीडिया स्नेह मिलन कार्यक्रम के साथ आज संपन्न हुआ।
स्थानीय रेड क्रॉस सोसायटी के कन्वेंशन हाल में आयोजित इस कार्यक्रम में मीडिया वर्ग को सम्बोधित करते हुए ज़िला जन संपर्क अधिकारी श्री दीपक चंद्र ने कहा की मीडिया कर्मी एक जागरूक और सतर्क प्रहरी के रूप में दिन रात व्यस्त रहता है। जिससे उसकी व्यवसायिक जीवन के साथ पारिवारिक माहौल भी अस्वस्थ व तनाव युक्त रहता है।
ऐसे में, पत्रकारों को अपनी रोजमरी के जिवन से कुछ समय निकाल कर ब्रह्मा कुमारी संस्था की रूहानी ज्ञान व राजयोग ध्यान का अभ्यास व अनुभूति करना चाहिए। जिससे उसकी आंतरिक शक्ति व कार्य क्षमता में वृद्धि होगी। वे स्वस्थ, सुखी व तनाव रहती जीवन व्यतीत कर सकता है, दीपक चंद्र जी ने कहा।
इस मीडिया कार्यक्रम की मुख्य अयोजिका तथा ब्रह्मा कुमारी संस्था की गया स्थित राजयोग केंद्रों के मुख्य संचालिका राजयोगिनी बी के सुनीता दीदी ने कहा की देश तो अंग्रेजों से स्वतंत्र हुआ 75 साल पहले। पर देशवासी विकार, व्यसन, बुराई एवं इन्द्रियों की गुलामी से स्वतंत्र नहीं हुए। ऐसी गुलामी से स्वतंत्रता केवल ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग मेडिटेशन की नियमित अभ्यास से ही संभव है।
उन्होंने कहा की ख़ास तौर पर पत्रकारों के लिए यह राजयोग मेडिटेशन बहुत आवश्यक है। पत्रकार जनता और समाज को सही सूचना व समाचार के द्वारा सच्ची मार्ग दर्शन कराते हैं। ऐसे में पत्रकारों को स्वस्थ और तनाव मुक्त रहना ज़रूरी है। क्योंकि, स्वस्थ एवं सकारात्मक मानसिकता ही पत्रकारों के लेखनी व समाचारों को स्वस्थ व सकारात्मक रुप प्रदान कर सकता है। अपनी स्वतंत्र अभिव्यक्ति के साथ साथ लोगों केजीवन और समाज को सच्ची स्वतंत्रता दिलाने की माध्यम बन सकता है, सुनीता दीदी ने कहा।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रुप में ब्रह्मा कुमारी संस्था की राष्ट्रीय प्रवक्ता व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राजयोगी बी के सुशांत भाई ने संस्था द्वारा चलाई जा रही अखिल भारतीय समाधान परक पत्रकारिता के ऊपर विशेष जानकारी दी। उन्होंने कहा की सकारात्मक पत्रकारिता ही समाधान परक पत्रकारिता है। क्योंकि, सकारात्मक मानसिकता के बिना मानवीय समस्याओं का समाधान संभव नहीं है। उन्होंने कहा की अध्यात्मिकता ही सकारात्मकता का आधार है। इसलिए, पत्रकारिता में अध्यात्मिकता का समावेश ज़रूरी है। जिससे पत्रकार स्वस्थ, सुखी और तनाव मुक्त जीवन के साथ उत्तम पत्रकारिता कर सकता है।
इस अवसर पर, श्री उपेन्द्र सिंह, अध्यक्ष रेड क्रॉस सोसायटी, श्री सुबोध प्रकाश, सचिव, रेड क्रॉस सोसायटी; डॉक्टर अभय सिंवा, नेत्र रोग विशेषज्ञ; डॉक्टर संजय बर्मा; प्रसिद्ध समाज सेवी श्री राज कुमार अग्रवाल आदि ने भी सभा को संबोधित किया। बच्चों ने देश भक्ति के ऊपर हृदय स्पर्शी नृत्य संगीत सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया।