कामठी,महाराष्ट्: – प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कामठी नागपूर में भारत सरकार के क्षेत्रीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती केन्द्र द्वारा जैविक एवं प्राकृतिक खेती पर कृषि विस्तार अधिकारीयों और कर्मचारीयों के लिये “दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम” का आयोजन किया गया |
कार्यक्रम का उद्धाटन मुख्य अतिथी क्षेत्रीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती केन्द्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. ए. एस. राजपूत, ब्र. कु. प्रेमलता दिदी, डॉ. महेन्द्र ठाकुर, डॉ. प्रियंका मेहता के हस्तो दिप प्रज्वलन किया गया |
क्षेत्रीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती केन्द्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. ए एस राजपूत ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे मे अवगत कराते हूये जैविक एवं प्राकृतिक खेती की आवश्यकता के बारें में बताया और कहा कि “अब प्रकृति की ओर लौटने का समय आ गया है|” हमारी धरती मा और प्रकृति के सूक्ष्म जिवो की रक्षा करना चाहिए इसिलिये हमें खेती के उर्वरकता को बढाने के लिये गौ माता और पशु संवर्धन करना चाहिए तभी हम जैविक एवं प्राकृतिक खेती कर सकते हैं| इसके साथ ही उन्होंने प्रतिभगियों को केन्द्र सरकार की जैविक एवं प्राकृतिक खेती की विशेष योजनाओं के बारे में जानकरी प्रदान की|
कार्यक्रम की मुख्य अतिथी के रुप में उपस्थित ब्र. कु. प्रेमलता दीदी ने जीवन का मुल आधार शुध्द अन्न बताते हुए आये सभी अधिकारीयों को सकारात्मक चिंतन द्वारा मेडिटेशन कराया|
रुची बायोकेमिकल्स के निर्देशक डॉ. महेन्द्र ठाकुर ने अपना लेक्चर देते हुए कहा कि “पैसे बचाना ही पैसे कमाना है|” किसान की लागत कम होने के लिये अपने ही खेत से निकला हुआ खरपतवार को खत व्यवस्थापन में उपयोग मे लाकर जमीन के लिये जैविक कार्बन, नायट्रोजन, फॉस्फरस, लोह, कॅल्शियम, आदि मूलद्रव्य और अन्न घटक बढा सकते हैं| उन्होंने खेती को आधुनिक तंत्रज्ञान के द्वारा विकसित करणे के लिये किसानो को प्रशिक्षित करने का विचार अधिकारी वर्ग के सामने रखा|
कार्यक्रम के दुसरे दिन डॉ. रचना पांडे वरिष्ठ वैज्ञानिक केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान (ICAR-CICR) नागपुर द्वारा जैविक एवं प्राकृतिक खेती में किट प्रबंधन विषेश व्याख्यान दिया गया| इसके साथ ही कार्यक्रम संयोजक डॉ. प्रियंका मेहता द्वारा PGS प्रमाणीकरण पर व्याख्यान दिया गया|
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में सभी अधिकारीयों को प्रमाणपत्र वितरित किये गए| अंत में क्षेत्रीय निदेशक डॉ. ए एस राजपूत द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया| इस कार्यक्रम मे महाराष्ट्र सरकार के कृषि विस्तार अधिकारी, कर्मचारी बडी संख्या में सम्मिलित थे और ब्रह्मा कुमारीज विद्यालय कामठी सेंटर के सदस्यों की उपस्थिती थी| कार्यक्रम के अंत में सभी को योगाभ्यास भी कराया गया|