इंदौर: पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी की 16 वी पूण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया

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इंदौर,मध्य प्रदेश। “ अनुभूति भवन “ इंदौर प्रेमनगर द्वारा दिनांक 25 अगस्त 2023 को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी की 16 वी पूण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया | सभा में उपस्थित मुख्य अतिथि थे – 

  • डॉ. महेश प्रिथ्यानी ( फिजिशियन एवं सर्जन )
  • डॉ. मोहित प्रिथ्यानी ( डेंटिस्ट )
  • भ्राता अंकित पाहुजा (अधिवक्ता)
  • भ्राता राजेश कुकरेजा ( डायरेक्टर , मिनर्वा कंप्यूटर इंदौर )
  • बी.के. शशी दीदी जी (प्रभारी, मुख्य सेवाकेंद्र प्रेमनगर इंदौर पश्चिम क्षेत्र)
  • बी.के. यश्वनी दीदी (इंदौर प्रेमनगर सह संचालिका एवं बिजलपुर उप सेवाकेंद्र प्रभारी )

शिवाशिष लोजिस्टिक के डायरेक्टर भ्राता संतोष महाजन ने अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान पुष्प गुच्छो, तिलक एवं पट्टे द्वारा किया | तथा सभी अतिथि एवं सभा में उपस्थित भाई बहनों ने दादी जी को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी |

भ्राता डॉ महेश प्रिथ्यानी ने दादीजी को भावांजलि देते हुए उनकी शिक्षाओ को स्मरण किया | तत्पश्चात भ्राता डॉ मोहित प्रिथ्यानी जी ने संस्था की प्रशंसा की एवं उन्होंने कहा की दादीजी के बताये मार्ग पर हम भी चले, तभी हम जीवन में आगे बढ़ सकते है तभी हम समाज के लिए भी कुछ अच्छा कर सकते है |

ब्र. कु. शशी दीदी जी ने अपने वक्तव्य में कहा की दादी जी एक दीप स्तम्भ थी, जिन्होंने यह सिद्ध किया की शांति स्वरूपा शक्ति महान सामाजिक क्रांति की नायिका बन सकती है | यह दादी जी का नेतृत्व था जिससे लाखो भाई बहनों के जीवन में परिवर्तन लाकर उन्हें विश्व सेवा के लिए प्रेरित किया | दादी जी पवित्रता एवं विनम्रता की धनी थी तथा अत्यंत क्षमाशील थी, वह किसी भी कार्य को आसानी से करने की कला की धनि थी, उनमे रमणीकता व् गंभीरता का संतुलन था |

दादीजी का सदा यही महामंत्र था – सभी सुखी हो, सभी का कल्याण हो, सभी स्वस्थ्य रहे , एवं हर एक मानव परमात्मा की शरण में आये उनकी पलना ले |    

ब्र.कु. यश्वनी दीदी ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया एवं दादी जी के साथ प्रेरणादायी अनुभव साँझा करते हुए कहा की नम्रता की मूर्त दादी जी को हमेशा हमने निमित्त और निर्माण देखा, दादी जी के अंदर स्नेह और शक्ति का अद्भुत संतुलन था | दादी जी ने दुनिया भर में अध्यात्म की ज्योति जलाई उनके प्रयास से दुनिया के 140 देशो, एवं हजारो राजयोग सेवाकेंद्र स्थापित किये | 

भ्राता राजेश कुकरेजा जी ने भी दादी जी के साथ के अनुभव साझा किये |

 कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए भ्राता अंकित पाहुजा ने दादी जी का दिव्य परिचय दिया |

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